गुरु गोविद सिंह का 353 वां प्रकाश पर्व मनाया गया
विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी के आवास पर वाइटल केयर फाउंडेशन के तत्वावधान में खालसा पंथ के संस्थापक और सिखों के 10 वें गुरु गोविद सिंह का 353 वां प्रकाश पर्व मनाया गया। विधायक ने कहा कि वे एक महान योद्धा कवि भक्त और आध्यात्मिक नेता थे। 1699 में उन्होंने बैसाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी। यह सिखों के इतिहास का सर्वाधिक महत्वपूर्ण दिन है।
कुशीनगर : विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी के आवास पर वाइटल केयर फाउंडेशन के तत्वावधान में खालसा पंथ के संस्थापक और सिखों के 10 वें गुरु गोविद सिंह का 353 वां प्रकाश पर्व मनाया गया। विधायक ने कहा कि वे एक महान योद्धा, कवि, भक्त और आध्यात्मिक नेता थे। 1699 में उन्होंने बैसाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी। यह सिखों के इतिहास का सर्वाधिक महत्वपूर्ण दिन है।
फाउंडेशन के सचिव डॉ. अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि गुरु गोविद सिंह ने सिखों के सबसे पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब को पूरा किया। उन्होंने धर्म के लिए समस्त परिवार का बलिदान किया। वे विश्व की बलिदानी परम्परा में अद्वितीय थे। प्रारंभ में गुरु गोविद सिंह के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। संचालन दिव्येन्दु मणि त्रिपाठी ने किया। डॉ. सिन्हा ने आभार ज्ञापित किया।
केशव सिंह, चंद्र प्रकाश दूबे, गोल्डन शुक्ल, राजेश सिंह,अनिल मल्ल, बाबू चकमा, आनंद मोहन श्रीवास्तव, अनुपम पाठक, दिनेश गुप्त, हैपी मिश्र, रामप्रताप चौरसिया, उपेंद्र पांडेय आदि उपस्थित रहे।