डीएम के निरीक्षण में विकास भवन के 25 कर्मी गैरहाजिर
डीएम सबसे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय पहुंचे डीएम ने उपस्थिति पंजिका की जांच की जिसमें दिनेश श्रीवास्तव व सुरेंद्र यादव अनुपस्थित मिले। निरीक्षण के दौरान ही जिला कार्यक्रम अधिकारी पहुंच गए। डीएम ने चेताया कि समय से स्पष्टीकरण न मिलने पर संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।
कुशीनगर: डीएम भूपेंद्र एस चौधरी ने विकास भवन के विभिन्न कार्यालयों का मंगलवार की सुबह 10.15 बजे औचक निरीक्षण किया, जिसमें 25 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। इन सभी का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश देते हुए एक हफ्ते में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा है। डीएम सबसे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय पहुंचे डीएम ने उपस्थिति पंजिका की जांच की, जिसमें दिनेश श्रीवास्तव व सुरेंद्र यादव अनुपस्थित मिले। निरीक्षण के दौरान ही जिला कार्यक्रम अधिकारी पहुंच गए। इसके बाद पशु पालन विभाग में सुनील चौहान, राजेंद्र, वकील अंसारी, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में ओम प्रकाश ¨सह, कांता प्रसाद, प्रेम कुमार, बच्चा ¨सह, समाज कल्याण विभाग में सुरेश प्रसाद, राजेश कुमार, जिला अर्थ एवं संख्या कार्यालय इंद्र भूषण प्रसाद, सुमन ¨सह, सागर कुमार, अमरनाथ ¨सह, महेश चतुर्वेदी, प्रशांत मिश्र, रामकृपाल दीक्षित, रविशंकर मिश्र, जिला सहायक निबंधक कार्यालय में हरेंद्र कुमार, नुरुल हसन, किरन देवी, जितेंद्र कुमार मिश्र, पंचायतीराज विभाग में कर्मचारी मुक्तेश्वर आदि अनुपस्थित पाए गए। डीएम ने चेताया कि समय से स्पष्टीकरण न मिलने पर संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। आनलाइन शिकायतों के निस्तारण में शिथिलता क्षम्य नहीं डीएम भूपेंद्र एस चौधरी ने ने चेतावनी दी है कि आइजीआरएस (समन्वित शिकायत प्रणाली ) पोर्टल पर लंबित शिकायतों के त्वरित निस्तारण कराने में शिथिलता या लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। डीएम मंगलवार को सदर तहसील सभागार में आईजीआरएस की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने जनता दर्शन के संदर्भ व संपूर्ण समाधान दिवस में लंबित मामलों तथा दोबारा शिकायत होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अधिकारी व लेखपाल शिकायतकर्ता से जाकर खुद मिलें और उन्हें संतुष्ट करें। एक ही शिकायत बार-बार आनी ठीक नहीं है। तीन दिन बाद फिर इसकी समीक्षा होगी। उन्होंने जनता दर्शन के 100 व पिछले संपूर्ण समाधान दिवस के 33 मामलों की समीक्षा करते हुए कहा कि आखिर यह अब तक क्यों लंबित है। एसडीएम सदर रामकेश यादव, बीएसए विमलेश कुमार, तहसीलदार सत्य प्रकाश ¨सह, हाटा सुकुमा आदि मौजूद रहे।