एपी बांध का 25 मीटर स्पर बहा
वाल्मीकि नगर बैराज से छोड़े जा रहे पानी के घट-बढ़ रहे डिस्चार्ज से एपी बांध के जर्जर स्थानों पर नारायणी का खतरा बढ़ने लगा है। मंगलवार की देर शाम एपी बांध के किमी 1.480 के जंगली पट्टी के समीप स्पर का नोज 25 मीटर लांच कर गया है।
कुशीनगर: वाल्मीकि नगर बैराज से छोड़े जा रहे पानी के घट-बढ़ रहे डिस्चार्ज से एपी बांध के जर्जर स्थानों पर नारायणी का खतरा बढ़ने लगा है। मंगलवार की देर शाम एपी बांध के किमी 1.480 के जंगली पट्टी के समीप स्पर का नोज 25 मीटर लांच कर गया है। मुख्य बांध से स्पर(बांध पर बना छोटा ठोकर) की लंबाई तीन से चार मीटर ही बची है तो किमी जीरो से नरवाजोत बांध तक जाने वाली पीडब्ल्यूडी की सड़क पर नारायणी का दबाव बरकरार है। नदी की धारा सड़क को छूकर बह रही है। करीब एक किमी की लंबाई में सड़क की स्थिति संवेदनशील बनी हुई और जगह-जगह कटान हो रही है।
सोमवार देर शाम में सड़क का निचला हिस्सा लगभग 15 मीटर लंबाई में कट गया। मंगलवार दोपहर में दहारी टोले के पास फिर से सड़क का निचला हिस्सा 10 मीटर कट गया। अधिकारी वायर क्रेट में बोल्डर व गैवियान रोप में मिट्टी भरी बोरी डलवाकर मार्ग को बचाने में लगे हैं। दवाब इतना अधिक है कि बोल्डर के साथ व मिट्टी भरी बोरियां नदी में समाहित हो जा रही हैं। गांव के कई लोग अपने सामान व मवेशियों को लेकर सुरक्षित जगह पर जा चुके हैं। विभागीय अभियंताओं की मानें तो बचाव कार्य पर अब तक लगभग 15 लाख से अधिक बैग व बोल्डर यहां गिराए जा चुके हैं। अधिशासी अभियंता भरत राम ने कहा कि बचाव कार्य चल रहा है। सड़क को कटने नहीं दिया जाएगा।
खतरे के निशान से 75 सेमी नीचे जलस्तर
सेवरही: वाल्मीकिनगर बैराज से मंगलवार को किया गया डिस्चार्ज 1.59 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया। पिपराघाट गेज पर जलस्तर खतरे के निशान 76.20 मीटर से 75 सेमी नीचे रहा। हालांकि बांध के किमी 0.800 जंगलीपट्टी के सामने, किमी 1300.00 बाघाचौर व किमी 1400.00 अहिरौलीदान में स्थिति संवेदनशील बनी हुई है।