140 करोड़ का बिजली घर पर बेहतर आपूíत नहीं
क्षेत्र के पट्टन में नवनिíमत बिजली घर आठ माह पूर्व चालू तो हो गया लेकिन अभी बिजली विभाग को हैंड ओवर तक नहीं हो सका। 140 करोड़ की लागत से बने उपकेंद्र से बेहतर आपूíत के लिए कर्मचारियों की मुकम्मल तैनाती तक नहीं की गई है।
कुशीनगर : क्षेत्र के पट्टन में नवनिíमत बिजली घर आठ माह पूर्व चालू तो हो गया, लेकिन अभी बिजली विभाग को हैंड ओवर तक नहीं हो सका। 140 करोड़ की लागत से बने उपकेंद्र से बेहतर आपूíत के लिए कर्मचारियों की मुकम्मल तैनाती तक नहीं की गई है।
गोरखपुर के एक्सईएन यहां के प्रभारी हैं तो महराजगंज व देवरिया के एसडीओ के जिम्मे पट्टन उपकेंद्र छोड़ दिया गया है। स्टेशन आपरेटर के आठ पदों के सापेक्ष महज एक की तैनाती है।
बिजली घर उपभोक्ताओं को पूरी तरह से संतृप्त नहीं कर पा रहा है। चालू होने के बाद भी लोग बेहतर आपूíत की टकटकी लगाए हैं। फाल्ट ठीक करने के लिए दौड़ लगाना यहां के लोगों की आदतों में शुमार हो गया है। लो व हाई वोल्टेज से उपभोक्ता अभी जूझ रहे हैं। उपकेंद्र पर सड़क, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाएं मयस्सर न हो सकी है।
कार्यदायी संस्था रिलायंस इलेक्ट्रिक वर्क्स ने 132 केवी, 220 केवी व 33 केवी का विद्युत घर बनवा तो दिया। सुचारू संचालन में आ रही दिक्कतों से आपूíत अनमने ढंग से हो रही है।
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कर्मचारी भी मानक के अनुरूप नहीं
-सब स्टेशन आपरेटर के आठ पद में एक एसएसओ की तैनाती है। एडीओ, जेई व एसएसओ के आवास अभी अधूरे हैं। फाटक लगा है न ही वायरिग का कार्य पूरा हो सका है। पाइप लिंक करने से जगह-जगह पानी बह रहा है।
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''कर्मचारियों की कमी से बोर्ड को अवगत कराया गया है। निर्माण कार्य अभी अधूरा है। इसे पूरा कराया जा रहा है। कार्य पूर्ण हो जाने के बाद विभाग को हैंडओवर होगा।''
-राम सुरेश, एक्सईएन ट्रांसमिशन, गोरखपुर