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तंबाकू निषेध अभियान को भूल गया स्वास्थ्य महकमा

शैलेंद्र द्विवेदी कौशांबी तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए घातक है। इसके सेवन से कैंसर फेफड़े व लीवर संबंधित बीमारी होती है। अब तक कई लोग काल के गाल में समा चुके हैं। तंबाकू के सेवन को रोकने के लिए सरकार प्रयासरत है। स्वास्थ्य विभाग के को शासन स्तर से स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि मई में तंबाकू निषेध अभियान चलाकर लोगों को तंबाकू से होने वाली बीमारियों की जानकारी देकर सेवन से रोका जाए लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से गोष्ठी व नुक्कड़ सभा कर तंबाकू से दूर रहने की जानकारी नहीं दी गई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 May 2019 10:42 PM (IST)Updated: Sun, 19 May 2019 10:42 PM (IST)
तंबाकू निषेध अभियान को भूल गया स्वास्थ्य महकमा
तंबाकू निषेध अभियान को भूल गया स्वास्थ्य महकमा

शैलेंद्र द्विवेदी, कौशांबी : तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए घातक है। इसके सेवन से कैंसर, फेफड़े व लीवर संबंधित बीमारी होती है। अब तक कई लोग काल के गाल में समा चुके हैं। तंबाकू के सेवन को रोकने के लिए सरकार प्रयासरत है। स्वास्थ्य विभाग के को शासन स्तर से स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि मई में तंबाकू निषेध अभियान चलाकर लोगों को तंबाकू से होने वाली बीमारियों की जानकारी देकर सेवन से रोका जाए लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से गोष्ठी व नुक्कड़ सभा कर तंबाकू से दूर रहने की जानकारी नहीं दी गई है।

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जनपद के 40 फीसद से अधिक लोग तंबाकू का सेवन कर रहे हैं। इसमें युवाओं की संख्या अधिक है। तंबाकू को गैर संचारी रोगों के मुख्य व्यावहारिक जोखिम के कारक के रूप में जाना जाता है, जो कि मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। तंबाकू के सेवन को रोकने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशक ने सीएमओ को स्पष्ट निर्देश दिया है कि मई में तंबाकू निषेध अभियान चलाएं। इसमें कस्बों व गांवों में गोष्ठी का आयोजन कर लोगों को तंबाकू के सेवन न करने की सलाह दी जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। विभागीय अनदेखी की वजह से तंबाकू का सेवन करने वालों की संख्या बढ़ रही है। धूम्रपान करने से उच्च कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप द्वारा कोरोनरी हृदय रोग (सीएचडी) जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। किस रूप में होता है तंबाकू का सेवन

तंबाकू का उपयोग सिगरेट, बीड़ी, हुक्का, गुल, गुड़ाकू, जर्दा, खैनी, गुटखा आदि के रूप में किया जाता है। संयुक्त जिला अस्पताल में तैनात चिकित्सक विजय शंकर केसरवानी का कहना है कि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसके उपयोग से लीवर, गुर्दा, मूत्राशय, मौखिक कैविटी, गर्भाशय ग्रीवा, आदि से समस्याओं से जुड़ा होता हैं। धुंआ रहित तंबाकू से कैंसर जैसी बीमारी होती है। तंबाकू निषेध अभियान चलाने के लिए शासन से निर्देश जारी किया गया है। जिसे जिला स्वास्थ्य समिति के बैठक में रखा जा चुका है। अनुमोदन न मिलने की वजह से अभियान नहीं चला। जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष से अनुमोदन के बाद अभियान चलाया जाएगा।

डॉ. एसके झा, नोडल तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम।

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