स्कूल की मान्यता के लिए खेल, प्रबंधक समेत तीन नामजद
पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के उमरछा गांव में स्कूल की मान्यता में खेल किया गया। भूमि कहीं और की दिखाई और दस्तावेजों में हेराफेरी कर निर्माण ग्राम सभा की भूमि पर करा लिया। मामले में पुलिस ने प्रधानाचार्य समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा है।
कौशांबी : पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के उमरछा गांव में स्कूल की मान्यता में खेल किया गया। भूमि कहीं और की दिखाई और दस्तावेजों में हेराफेरी कर निर्माण ग्राम सभा की भूमि पर करा लिया। मामले में पुलिस ने प्रधानाचार्य समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।
उमरछा निवासी कल्लू प्रसाद ने शिकायती पत्र में बताया कि गांव में श्रीमती शांति देवी स्मारक प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल है। इसके प्रबंधक गांव के ही रमाकांत, उप प्रबंधक उमाकांत व प्रधानाचार्य हरिओम हैं। कल्लू के मुताबिक वर्ष 2016 में स्कूल की मान्यता लेने के लिए प्रबंधक समेत तीन लोगों ने भूमि के दस्तावेजों में हेराफेरी किया। मान्यता लेते समय शिक्षा विभाग में दूसरे भूमि की आराजी संख्या दिखाई गई। जबकि स्कूल निर्माण दूसरे आराजी यानि ग्राम सभा की भूमि पर कराया गया। इसकी जानकारी कल्लू प्रसाद को हुई तो उसने सरकारी भूमि का अस्तित्व बचाने के उद्देश्य से उच्चाधिकारियों के यहां शिकायत किया, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। पीड़ित ने अदालत का सहारा लिया। इस संबंध में इंस्पेक्टर रमेश कुमार पटेल का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर तीनों आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जांच की जा रही है।
कौशांबी थाना क्षेत्र के बड़ा गढ़वा गांव में पुरानी दुश्मनी के चलते कुछ लोगों ने सास और बहू को बेरहमी से पीट दिया। ग्रामीणों के हस्तक्षेप पर हमलावर भाग गए। पुलिस तीन लोगों के खिलाफ केस लिखा है।
बड़ा गढ़वा निवासी गुलाब का गांव के ही वीरेंद्र से पुराना विवाद बना है। गुरुवार को गुलाब खेत की तरफ गया था। घर पर उसकी पत्नी गुलाबी देवी व बहू सुनीता मौजूद थी। गुलाब का आरोप है कि शाम को वीरेंद्र अपने साथी राधे और सुधाकर के साथ आया और बेवजह गाली-गलौज करने लगा। गुलाबी देवी ने विरोध किया तो हमलावरों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। बीच-बचाव करने आई बहू सुनीता को भी पीटा गया। पुलिस ने घायलों को मेडिकल परीक्षण के लिए स्थानीय अस्पताल भेजकर कार्रवाई शुरू की।