उदहिन में तीन माह बाद अरब सरकार ने सौंपा मृत बेटा
संसू उदहिन पइंसा थाना क्षेत्र के अनेठा गांव के एक युवक की तीन माह पहले सऊदी अरब में संदिग्ध हालत में फांसी लगने से मौत हो गई थी। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के प्रयास से सऊदी अरब सरकार की कानूनी प्रक्रिया के बाद शव लेकर परिजन शुक्रवार की देर शाम घर पहुंचे। शनिवार को दफन किया जाएगा।
संसू, उदहिन : पइंसा थाना क्षेत्र के अनेठा गांव के एक युवक की तीन माह पहले सऊदी अरब में संदिग्ध हालत में फांसी लगने से मौत हो गई थी। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के प्रयास से सऊदी अरब सरकार की कानूनी प्रक्रिया के बाद शव लेकर परिजन शुक्रवार की देर शाम घर पहुंचे। शनिवार को दफन किया जाएगा।
अनेठा निवासी नत्थू खान खेती करके परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनका एक बेटा इमाम सऊदी अरब के अजी शहर में चार पहिया वाहन चालक की नौकरी करता था। तीन माह पहले इमाम अपने कमरे में था। इस बीच उसकी मौत हो गई। साथी जब ड्यूटी पूरी कर कमरे पर पहुंचे और उसका फांसी पर लटकता हुआ शव देखा तो होश उड़ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना की जानकारी परिवार वालों को हुई तो उन्होंने भारतीय दूतावास के जरिए इमाम का शव भारत लाए जाने का प्रयास किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। परिजनों ने डीएम से शिकायत की। जिलाधिकारी ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए दूतावास की मदद से तीन माह बाद सुरक्षित शव भारत मंगवाया गया। लखनऊ एयरपोर्ट से पिता नत्थू खान व छोटा बेटा शकील ग्रामीणों के साथ वहां पहुंचा और शव लेकर देर शाम घर लौटे। युवक की लाश देख परिवार में मातम छा गया। ग्रामीण महिलाएं परिवार के लोगों को ढांढस बंधाती रहीं। फांसी पर लटकती मिली विवाहिता की लाश
संसू, टेंढ़ीमोड़ : कोखराज थाना क्षेत्र के टेंगाई गांव में कमरे में विवाहिता की लटकती हुई लाश मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिसिया पूछताछ में परिवार के लोग घटना का कारण कुछ नहीं बता पाए। वहीं मायके वालों ने भी अब तक किसी तरह का आरोप नहीं लगाया है।
टेंगाई निवासी रमेश कुमार एक हाथ से दिव्यांग है। वह प्रयागराज में मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता है। उसकी शादी तीन साल पहले 26 वर्षीय नीलम पुत्री सूरजपाल निवासी घना का पूरा मंझनपुर के साथ हुई थी। उन्हें डेढ़ साल की बेटी रागिनी भी है। आए दिन आर्थिक तंगी को लेकर किसी न किसी बात को लेकर कलह बनी रहती थी। रमेश भी कमाई के चक्कर में दो-तीन दिन में गांव आता था। गुरुवार की शाम घर पर रमेश की पत्नी नीलम अपनी बेटी के साथ घर पर मौजूद थी। जबकि रमेश प्रयागराज में था। इस बीच रात करीब आठ बजे नीलम ने संदिग्ध हाल में फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। इस बीच मासूम बेटी रागिनी काफी देर तक रोती रही तो पड़ोसियों को आशंका हुई। वह कमरे में गए तो फांसी के फंदे पर नीलम का शव लटका देख लोगों के होश उड़ गए।