भरवारी में बुखार से तीन की मौत, डेंगू की आशंका, 15 दिनों पहले फैली बीमारी, दो दर्जन से अधिक लोग हुए बीमार
नगर पालिका परिषद भरवारी के वार्ड संख्या 22 चंद्रशेखर आजाद नगर में बीते 15 दिनों से लोग दहशत में जीवन यापन कर रहे हैं। यहां के करीब दो दर्जन लोग बीमारी की चपेट में हैं। सात अक्टूबर से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। स्थानीय लोग डेंगू से मौत की संभावना जता रहे हैं। फिलहाल बीमारी के पीछे वार्ड में फैली गंदगी को मुख्य कारण माना जा रहा है। मौत की जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव में डेरा जमा लिया है।
कौशांबी। नगर पालिका परिषद भरवारी के वार्ड संख्या 22 चंद्रशेखर आजाद नगर में बीते 15 दिनों से लोग दहशत में जीवन यापन कर रहे हैं। यहां के करीब दो दर्जन लोग बीमारी की चपेट में हैं। सात अक्टूबर से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। स्थानीय लोग डेंगू से मौत की संभावना जता रहे हैं। फिलहाल बीमारी के पीछे वार्ड में फैली गंदगी को मुख्य कारण माना जा रहा है। मौत की जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव में डेरा जमा लिया है।
नगर पालिका भरवारी के वार्ड 22 चंद्रशेखर आजाद नगर (चिकवन का पुरवा) में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा है। इस गंदगी के कारण यहां 15 दिनों से बीमारी फैली है। बीमारी के चलते करीब दो दर्जन लोग परेशान हैं। सात अक्टूबर के बाद से गांव के गुड्डू लाल की 13 वर्षीय बेटी रीता देवी, रामचंद्र की 50 वर्षीय पत्नी बिट्टन देवी और रामप्रसाद का 14 वर्षीय पुत्र सोनू की बीमारी के चलते इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। स्वजनों की मानें तो सभी को बुखार था। तेजी के साथ प्लेटलेट गिरी। जिससे इनकी मौत हुई है। स्वजनों ने डेंगू की संभावना जताई है। मृतक सोनों का भाई मोनू भी बीमार है। उसका उपचार चल रहा है। इसके अलावा कस्बे की बुधनी पत्नी गुडून लाल, विमला देवी पत्नी भोला पटेल, कुलदीप पटेल पुत्र दयाराम, लक्ष्मी पुत्री बुद्दन, लाली पुत्री कमलेश, गुलाब सिंह, अमन पुत्र लालचंद, विनीता देवी पुत्री ज्ञानचंद, सोनू पुत्र ज्ञानचंद, संतोषी देवी पत्नी सुरेश पटेल, चीनी लाल, पुष्पा देवी, नीतू, संगीता देवी पत्नी बबलू, मुनिया देवी पत्नी ज्ञान सिंह आदि लोग अभी भी बुखार से पीड़ित हैं। जिनका इलाज क्षेत्र की प्राइवेट डाक्टर से इलाज चल रहा है।
नगर पालिका परिषद भरवारी के वार्ड 22 चंद्रशेखर आजाद नगर में इन दिनों गंदगी के चलते बीमारी फैली हुई है। जिसके चलते अब तक तीन लोगों की बुखार से मौत भी हो गई है। वहीं कस्बे के अंदर एक बड़ा सा गंदा तालाब है। जिसकी जिसकी कभी भी साफ सफाई नहीं कराई गई। कस्बे के लोगों की मानें तो जब तक गांव को नगर पंचायत का दर्जा मिला है। तब से हालत और भी खराब है। न तो तालाब की सफाई कराई गई न ही वार्ड में बनी 20 नालियों की ओर ध्यान दिया गया। जिससे बीमारी फैल रही है। मूरतगंज के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा.सुनील सिंह ने बताया कि कस्बे में टीम भेजी गई है। सभी को इलाज के साथ ही सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। और वार्ड के सभी लोगों को पानी उबालकर पीने की सलाह दी गई। यहां फैली गंदगी की वजह से समस्या आई है। यहां 20 नालियों बनी हैं। इनमें पानी भरा रहता है।