हादसे में घायल उपनिरीक्षक ने अस्पताल में दम तोड़ा, मंझनपुर में हुआ था हादसा
मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के पाल चौराहा स्थित पीडब्ल्यूडी कालोनी के समीप अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल हुए चौकी प्रभारी राजीव नारायण सिंह ने 13वें दिन इलाज के दौरान लखनऊ के एसजीपीजीआइ अस्पताल में दम तोड़ दिया।
कौशांबी। मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के पाल चौराहा स्थित पीडब्ल्यूडी कालोनी के समीप अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल हुए चौकी प्रभारी राजीव नारायण सिंह ने 13वें दिन इलाज के दौरान लखनऊ के एसजीपीजीआइ अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद शुक्रवार की शाम पार्थिव शरीर को जिला मुख्यालय मंझनपुर स्थित पुलिस लाइन लाया गया। एसपी समेत अन्य अफसरों व कर्मियों ने सलामी देते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया और दो मिनट का मौन रख आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इसके बाद स्वजन शव लेकर अपने घर प्रयागराज चले गए।
प्रयागराज के धूमनगंज निवासी उपनिरीक्षक राजीव नारायण सिंह मूल रूप से चंदौली जनपद के कमालपुर के रहने वाले थे। वह मंझनपुर कोतवाली के कोर्रई में चौकी प्रभारी के पद पर तैनात थे। 12 नवंबर की रात वह कमरे से खाना खाने के बाद रात्रि गश्त के लिए अपने क्षेत्र में घूम रहे थे। इस बीच वह पीडब्ल्यूडी कालोनी के समीप जैसे पहुंचे थे, तभी उनकी बाइक में अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी एक आंख बाहर निकल आई, जबकि सिर की हड्डी टूट गई। उधर से गुजर रहे राहगीरों ने देखा तो सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने चौकी प्रभारी को प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया। हालत नाजुक होने पर चिकित्सकों ने उन्हें एसजीपीजीआइ रेफर कर दिया। जिदगी और मौत के बीच जूझ रहे राजीव नारायण ने गुरुवार की रात इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना के बाद से परिवार में मातम छाया हुआ है। श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद पार्थिव शरीर को स्वजन लेकर प्रयागराज चले गए। एसपी राधेश्याम ने बताया कि शनिवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।