पीएम किसान सम्मान निधि से ली गई धनराशि को अपात्रों ने किया वापस
- जांच में खुलासा होने के बाद डीडी कृषि ने अपात्रों को भेजा नोटिस - नाबालिग व भूमिहीनों क
- जांच में खुलासा होने के बाद डीडी कृषि ने अपात्रों को भेजा नोटिस
- नाबालिग व भूमिहीनों को दिया गया था पीएम किसान योजना का लाभ
जागरण संवाददाता, कौशांबी : पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ देने में जिले में जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है। सैकड़ों अपात्र किसानों को योजना का लाभ मिल रहा है। शिकायतों के आधार पर जिलाधिकारी व कृषि डीडी ने जांच कराई तो फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ। नाबालिग व भूमिहीनों को योजना का लाभ दिया गया था। कृषि डीडी ने अपात्रों को नोटिस दी तो छह लोगों विभागीय के खाते में धनराशि को वापस किया।
किसानों की आर्थिक मदद के लिए केंद्र सरकार ने पीएम किसान निधि योजना लागू की है। जिले के 2.29 लाख किसानों ने प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना का लाभ देने के लिए आनलाइन पंजीयन कराया है। इसमें से 2.22 लाख किसानों को योजना का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को पांच सौ रुपये प्रति महीना दिया जाता है। चार महीने तक दो हजार रुपये किसानों के बैंक खाते में सीधे भेजी जाती है। यह पूरी प्रक्रिया आनलाइन है, लेकिन इसमें भी जालसाजों ने गड़बड़ी की है। इसकी वजह से अपात्रों को योजना का लाभ मिल रहा है और पात्र किसान वंचित हैं। जनपद वासियों की माने तो किसानों की पात्रता का सत्यापन करने के लिए जिन कर्मचारियों को लगाया गया था। उनके स्तर से गड़बड़ी की गई है। कर्मचारियों की सांठगांठ से अपात्र लोग फर्जी अभिलेखों की फीडिंग करा के योजना का लाभ ले रहे हैं। शिकायत पर जांच हुई तो हकीकत सामने आई। सिराथू तहसील क्षेत्र के अफजलपुरवारी गांव निवासी राजमणि पत्नी राजेश के पास भूमि नहीं है। उन्होंने फर्जी तरीके से 16 हजार रुपये का लाभ लिया है। इसी गांव के आशीष व वीरेंद्र नाबालिक हैं। इन दोनों के खाते में 14 हजार रुपये भेजा गया है। नाबालिक गीता यादव पुत्री ज्ञान सिंह को 16 हजार का लाभ दिया गया। कृषि उपनिदेशक डा. उदयभान गौतम ने बताया कि जांच के दौरान मामले का खुलासा होने पर इन व्यक्तियों को नोटिस जारी की गई है। अफजलपुरवारी गांव निवासी राजमणि पत्नी राजेश, गीता यादव आशीष, वीरेंद्र ने गलत तरीके से ली गई धनराशि को कृषि विभाग के खाते में जमा कर दिया है।