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गूंजती रहीं हाय हुसैन की सदाओं से माहौल गमगीन

जिले के विभिन्न क्षेत्रों में रविवार को चेहल्लुम मनाया गया। मजलिस को मौलानाओं ने खिताब किया। मजलिस के बाद अलम ताबूत ताजिया जुलजनाह व अमारी बरामद किया गया। अजादारों ने नम आखों से ज्यारत कर इमाम के ताजिए कर्बला में जाकर दफन किए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 11:08 PM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 06:13 AM (IST)
गूंजती रहीं हाय हुसैन की सदाओं से माहौल गमगीन
गूंजती रहीं हाय हुसैन की सदाओं से माहौल गमगीन

जागरण टीम, कौशांबी : जिले के विभिन्न क्षेत्रों में रविवार को चेहल्लुम मनाया गया। मजलिस को मौलानाओं ने खिताब किया। मजलिस के बाद अलम, ताबूत, ताजिया, जुलजनाह व अमारी बरामद किया गया। अजादारों ने नम आखों से ज्यारत कर इमाम के ताजिए कर्बला में जाकर दफन किए।

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करारी में रविवार सुबह होते ही अजाखानों से हाय हुसैन की सदाएं माहौल को गमगीन बनाए हुए थीं। मौलाना अख्तर हुसैन ने चौधरी कादिर अली के इमाम बारगाह में मजलिस को खिताब करते हुए कहा कि कर्बला के शहीदों का चेहल्लुम भी नहीं मनाया जा सका लेकिन जनाबे जैनब ने कैद ए शाम से रिहाई के बाद मातम कर मजलिस की बुनियाद डाली थी। उसी चेहल्लुम की याद में आज दुनिया भर में कर्बला के शहीदों का चेहल्लुम मनाया जाता है। जुलूस कर्बला पहुंचा। जहां ताजिए दफन कर अजादार आंसू बहाते घरों को रवाना हो गए। मंझनपुर कस्बे में भी चेहल्लुम मनाते हुए जुलूस निकाला गया।

सरायअकिल के मुस्तफाबाद सादात गांव में इतरत हुसैन के पंजतनी इमामबाड़े से चेहल्लुम का मातमी जुलूस निकाला गया। इमामबाड़े से जुलूस निकलकर अपने कदीमी रास्ते से होता हुआ सज्जादिया इमामबाड़े की ताजिया को साथ लेकर देर शाम करबला पहुंचकर खत्म हुआ। शाकिर हुसैन और महताब हुसैन ने शोजख्वानी पढ़ी। उसके बाद मोलवी हैदर मेंहदी ने मजलिस को खेताब किया। कहा कि जुल्म और आतंकवाद का विरोध सभी मौकों पर करना चाहिए। यजीद जैसी आतंकवादी की बैअत का इन्कार कर इमाम हुसैन ने इस्लाम को बचाया है। इस्लाम की तालीम को समझना है तो करबला को समझें। मजलिस के बाद अंजुमन कमर ए बनी हाशिम ने जुलूस को बरामद किया।

सिराथू के नारा गांव में अंजुमन लश्करे हुसैनी अहले सुन्नत की जानिब से जुलूस औरेनी गांव की ओर बढ़ा। जुलूस में बाहरी अंजुमनों ने भी हिस्सा लिया। इसमे अलीपुरजीता व निजाम का पुरवा के अंजुमन शामिल रहे। अंजुमन अब्बासिया नजरगंज बड़ागांव ने अपने मखसूस अंदाज में नौहाख्वानी और सीनाजनी पेश की। अंजुमन अब्बासिया के नौहाख्वान जनाब उस्मान साहब ने नौहे पेश किए। इसके बाद अंजुमन लश्करे हुसैनी अहले सुन्नत ने जंजीर का मातम किया। जनाब अली अहमद साहब ने तकरीर पेश की। इस मौके पर कड़ाधाम थानाध्यक्ष अशोक कुमार मयफोर्स के मौजूद रहे। कड़ा, दारानगर, निदुरा आदि सहित कई गांव में चेहल्लुम मनाया गया। मनौरी में कल निकलेगा चेहल्लुम का जुलूस

संसू, चायल : पूरामुफ्ती के मनौरी गांव में मंगलवार की दोपहर एक बजे चेहल्लुम का जुलूस पंचायती बड़ा इमामबाड़ा कलां से बरामद होगा। जुलूस को अंजुमन ए मोहम्मदिया बरामद करेगी। उसके बाद अंजुमन तमन्ना ए जहरा दांदूपुर जिनके साहब ए बयाज इमरान हैदर और अंजुमन ए अब्बासिया (अहले सुन्नत) नजरगंज बड़ागांव जिनके साहब ए बयाज उसमान अली अपने मखसूस अंदाज में नौहाख्वानी करेंगे। पंचायती इमामबाड़ा के सदर शब्बर अली ने बताया कि जुलूस में अलम, ताबूत और जुलजनाह की शबीह बरामद की जाएगी।


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