जौनपुर से अपहृत किशोर रुसहाई घाट पर मिला
सरायअकिल थाना क्षेत्र के रुसहाई घाट पर शनिवार दोपहर जौनपुर से अपहृत किशोर इधर-उधर घूमते मिला। घाट पर काम करने वाले मजदूरों ने इसकी जानकारी पुलिस व स्वजनों को दी। वहीं अपहृत का आरोप है कि दो माह के अंदर उसका दूसरी बार अपहरण हुआ है।
पुरखास : सरायअकिल थाना क्षेत्र के रुसहाई घाट पर शनिवार दोपहर जौनपुर से अपहृत किशोर इधर-उधर घूमते मिला। घाट पर काम करने वाले मजदूरों ने इसकी जानकारी पुलिस व स्वजनों को दी। वहीं, अपहृत का आरोप है कि दो माह के अंदर उसका दूसरी बार अपहरण हुआ है।
जौनपुर जनपद के नईगंज कोतवाली क्षेत्र के निवासी किसन दुबे (14) पुत्र अनिल दुबे 30 नवंबर की शाम घर से बाजार के लिए निकले थे। घर से दूर आने पर किसी ने उसे कुछ सूंघा दिया। इसके बाद वह बेहोश हो गया। किसन शनिवार दोपहर करीब दो बजे सरायअकिल थाना क्षेत्र के रुसहाई बालू घाट पर इधर-उधर घूमते मिला। मजदूरों ने उसे देखा तो पूछताछ की। इसके बाद किशोर ने उन्हें हकीकत बताते हुए मदद मांगी। मजदूरों ने मामले की जानकारी पुलिस व किशोर के स्वजनों को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किशोर को अपनी अभिरक्षा में ले लिया। अब उनको किशोर के स्वजनों के आने का इन्तजार है। किशन ने बताया कि अपहृत उसे कहा ले गए इस संबंध में उसे जानकारी नहीं है। वह लगातार बेहोशी की हालत में पड़ा रहता था। उसे एक डंपर में लादकर यहां लाया गया था। घाट के निकट उसे होश आया तो देखा कि उसके साथ ही तीन अन्य किशोर भी डंपर में पड़े हैं। सभी को अपहरण कर्ताओं ने गंजा कर दिया था। इसके बाद किशन डंपर से कूदकर बाहर आ गया और घाट पहुंच गया। बताया कि डंपर चालक किसी से फोन पर उनको कहा लाना है। इस संबंध जानकारी ले रहा था। फिलहाल किशन अब सरायअकिल पुलिस की अभिरक्षा में है। एसडीएम का आदेश दरकिनार, तालाब पर निर्माण
नारा : सिराथू तहसील क्षेत्र के उदिहिन बुजुर्ग गांव में तालाब की भूमि पर निर्माण करने पर एसडीएम ने रोक लगा रखी है। इसके बावजूद निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने लेखपाल पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए दोबारा एसडीएम राजेश कुमार श्रीवास्तव से शिकायत की है।
पइंसा के उदिहिन बुजुर्ग गांव में तीन बीघे की भूमि पर तालाब के लिए आरक्षित है। इस पर गांव के ही दो लोग अवैध निर्माण करा रहे हैं। गांव के ही बृजेंद्र तिवारी ने ग्राम प्रधान पुरुषोत्तम लाल के साथ सप्ताह भर पहले एसडीएम से गुहार लगाई। इस पर उन्होंने राजस्व निरीक्षक व लेखपाल को मौके पर जाकर निर्माण रुकवाने के आदेश दिए। ग्रामीणों का कहना है कि इसके बावजूद निर्माण बंद नहीं हुआ। शुक्रवार को एसडीएम से दोबारा शिकायत कर ग्रामीणों ने लेखपाल पर मिलीभगत का आरोप लगाया। एसडीएम ने निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं, इस संबंध में लेखपाल यतेंद्र सिंह का कहना है कि लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। मौके पर पहुंचकर निर्माण बंद करने के लिए कहा गया था। इसके बावजूद चालू है तो कानून कार्रवाई कराई जाएगी।