नहाते समय गंगा में डूबा किशोर, साथी बचा
कड़ाधाम थाना क्षेत्र के कालेश्वर घाट में स्नान करते समय एक किशोर गंगा में डूब गया। जबकि उसके साथी को गोताखोरों ने बचा लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जाल डलवाकर उसकी तलाश शुरू कर दी है। वहीं इकलौते बेटे के नदी में डूबने से परिवार में मातम का माहौल छाया हुआ है।
संसू, देवीगंज : कड़ाधाम थाना क्षेत्र के कालेश्वर घाट में स्नान करते समय एक किशोर गंगा में डूब गया। जबकि उसके साथी को गोताखोरों ने बचा लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जाल डलवाकर उसकी तलाश शुरू कर दी है। वहीं इकलौते बेटे के नदी में डूबने से परिवार में मातम का माहौल छाया हुआ है।
कड़ाधाम गांव निवासी सरोज देवी की शादी 15 साल पहले प्रयागराज के मकंदपुर निवासी सुरेंद्र कुमार के साथ हुई थी। शादी के पांच वर्ष बाद सुरेंद्र कुमार की मौत हो गई। पति की मौत के बाद सरोज देवी काफी परेशानी हुई और सैनी में एक किराए का मकान लेकर बेटे के साथ रहने लगी। अपने और 14 वर्षीय बेटे आयुष के भरण पोषण के लिए उसने सैनी बाजार में ही नाश्ते की दुकान खोल ली। सरोज देवी का कहना है कि पांच दिन पहले वह बेटे को लेकर अपने मायके कड़ाधाम आई थी। सोमवार की सुबह बेटा आयुष मोहल्ले के ही बृजेंद्र के बेटे अमन के साथ स्नान करने के लिए गंगा नदी के कालेश्वर घाट पर गया था। दोनों नदी में स्नान कर रहे थे। इस बीच अचानक वह गहरे पानी में डूबने लगे। यह देख घाट किनारे खड़े गोताखोरों ने नदी में छलांग लगा दी। काफी प्रयास के बाद अमन को बचा लिया गया, लेकिन आयुष डूब चुका था। मौके पर पहुंची पुलिस ने नदी में जाल डलवाकर उसकी तलाश शुरू कर दी। वहीं घटना की जानकारी रोते-बिलखते स्वजन भी घाट किनारे पहुंचे। पुलिस देर शाम तक नदी में उसकी तलाश करती रही। एक माह में डूबी पांच जिदगी, प्रशासन बेफिक्र
अनदेखी
- गंगा नदी के गहरे स्थानों के पास नहीं कराई गई बैरीकेडिग
-शक्तिपीठ धाम होने के कारण हजारों लोग करते हैं गंगा स्नान
संसू, नारा : जिले का प्रमुख तीर्थ स्थल कड़ा धाम के गंगा घाटों पर एक माह में पांच जिंदगी डूब कर काल के गाल मे समा गई, फिर भी प्रशासन बेखबर है। स्नान के लिए बने प्रमुख कुबरी, कालेश्वर, हनुमान घाटों पर सामान्यतया न तो पुलिस की तैनाती रहती है और न ही स्नान करने वालों को गहरे पानी में जाने से रोकने के लिए बैरीकेडिग ही लगाई गई है।
कड़ा धाम 51वीं शक्तिपीठ मां शीतला के नाम से विख्यात है। यहां हर रोज हजारों श्रद्धालु गंगा स्नान व मां शीतला के दर्शन के लिए पहुंचते है। बीते माह 18 अप्रैल को कालेश्वर घाट में साथियों के साथ गंगा स्नान करने के लिए आए प्रयागराज के फूलपुर क्षेत्र के सिकंदरा के दौलतपुर निवासी 35 वर्षीय गणेश की डूबने से मौत हो गई। एक मई को हनुमान घाट में गंगा नहा रहे क्षेत्र के मीरापुर तकिया गांव के रहने वाले मोहम्मद रजा, मोहम्मद शाहिद व मोहम्मद रजा की डूब कर मौत हो गई । सोमवार को कालेश्वर घाट में स्नान करते समय गहरे पानी में सैनी निवासी 14 वर्षीय आयुष डूब गया। कड़ाधाम के रहने वाले प्रमोद कुमार पांडेय, अजय कुमार, अनिल पंडा आदि लोगों का कहना है कि घाटों पर उचित प्रबंध किए गए होते तो शायद यह मौतें नहीं होतीं। गंगा स्नान के लिए बनाए गए प्रमुख घाटों पर पुलिस की तैनाती नहीं रहती है, जिससे लोग लापरवाह होकर स्नान करते हैं। इसके अलावा गहरे पानी में जाने से रोकने के लिए बैरीकेडिग भी नहीं होने से लोग गहरे पानी में चले जाते हैं और जानकारी के अभाव में डूब जाते हैं।