नाबालिग हाथों में गाड़ियों की स्टेयरिग, बन रहा हादसे का सबब, सड़कों पर आड़ा-तिरछा खड़े किए जा रहे सवारी वाहन
जिले में बढ़ रही दुर्घटनाओं के ग्राफ के कई कारण हैं। अधिकतर वाहन चालक यातायात नियमों का पालन न करते हुए अपने वाहनों को आड़ा-तिरछा खड़ा कर देते हैं। प्राइवेट सवारी वाहन चालक अपने वाहनों सड़क किनारे या पार्किंग के बजाए सड़क पर खड़ा कर सवारी बैठाते हैं। इसकी वजह से आवागमन में दिक्कत होती है। साथ ही हादसे हो रहे हैं।
कौशांबी। जिले में बढ़ रही दुर्घटनाओं के ग्राफ के कई कारण हैं। अधिकतर वाहन चालक यातायात नियमों का पालन न करते हुए अपने वाहनों को आड़ा-तिरछा खड़ा कर देते हैं। प्राइवेट सवारी वाहन चालक अपने वाहनों सड़क किनारे या पार्किंग के बजाए सड़क पर खड़ा कर सवारी बैठाते हैं। इसकी वजह से आवागमन में दिक्कत होती है। साथ ही हादसे हो रहे हैं। जांच के दौरान ट्रैफिक पुलिस नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई भी करती है, लेकिन सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
नाबालिग हाथों में गाड़ियों की स्टेयरिग व सड़क पर तेज रफ्तार मोटरसाइकिल व चार पहिया दौड़ाने के अलावा बेतरतीब तरीके से सड़कों पर खड़े किए जाने वाले सवारी गाड़ियों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। अधिकतर वाहन चालक ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर वाहनों को चलाते हैं। वाहन चलाने वाले तमाम नाबालिग चालक भी हैं, जिनके हाथ में तिपहिया व चार पहिया गाड़ियों की स्टेयरिग है। लाखों रुपये कीमत की मोटरसाइकिल में तो यह नाबालिग चालक हवा में बात करते हैं। बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के भी वाहनों को सड़कों पर दौड़ाया जाता है। सड़क हादसों में कमी लाने के लिए यातायात व परिवहन विभाग की ओर से समय-समय पर अभियान चलाकर ऐसे वाहन चालकों की धर-पकड़ भी करते हैं। यातायात प्रभारी रवींद्र त्रिपाठी ने बताया कि ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने पर पकड़े गए वाहनों का चालान, सम्मन शुल्क वसूल करने और सीज करने का प्रावधान है। इन दिनों हर दिन सुबह-शाम वाहनों का चेकिग अभियान चलाकर कार्रवाई किया जा रहा है। शनिवार को जिले के 55 स्थानों पर वाहन चेकिग लगाकर 372 वाहनों का ई-चालान और 27 वाहनों का चालान करते हुए जुर्माना वसूला गया। इस संबंध में ट्रैफिक इंस्पेक्टर रवींद्र त्रिपाठी का कहना है कि यातायात नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों की धर-पकड़ की जाती है। जिले के विभिन्न चौराहों व बाजारों में चेकिग अभियान चलाकर चालान करने के अलावा सीज की कार्रवाई की जाती है। ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर 500 से लेकर 5000 हजार का जुर्माना कई वाहन चालकों पर किया जा चुका है।