बेटी के बाद बीमार मां ने भी दम तोड़ा
नगर पालिका क्षेत्र के धर्मराज नगर में संक्रामक बीमारी से मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। तीन दिन में मां-बेटी की मौत के साथ ही बीमारों की संख्या दोगुनी हो गई है।
नगर पालिका क्षेत्र के धर्मराज नगर में संक्रामक बीमारी से मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। तीन दिन में मां-बेटी की मौत के साथ ही बीमारों की संख्या दोगुनी हो गई है। हालांकि गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप लगाकर जांच शुरू कर दी है, लेकिन नगर पालिका की ओर से अब भी लापरवाही की जा रही है।
नगर पालिका भरवारी के धर्मराज नगर में गंदगी का अंबार है। इसका नतीजा है कि करीब एक सप्ताह पहले गांव में संक्रामक बीमारी फैल गई। वहां एक के बाद एक अब तक 100 से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं। सोमवार भोर में कस्बे में रहने वाली प्रीती की मौत के बाद हो गई थी। बुधवार की सुबह उसकी बीमार मां गुड्डी देवी पत्नी देवराज की भी सांस थम गई। प्रीती की दो बहनें और भाई भी बीमारी की चपेट में हैं। वार्ड में बुधवार को पीएचसी मूरतगंज के चिकित्साधिकारी डॉ. सुनील सिंह के नेतृत्व में एक कैंप लगाया गया। कैंप में टीम ने 41 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। इस दौरान लोगों के बीच दवा का वितरण किया गया। उनको शुद्ध व उबला पानी पीने के साथ ही मच्छरदानी के भीतर सोने जैसी सलाह दी गई। यह स्वास्थ्य कैंप लगातार जारी रहेगा।
इसके साथ ही नगर पालिका की ओर से कुछ सफाई कर्मी गांव पहुंचे, जो गांव की गलियों में दवा का छिड़काव कर रहे थे। संक्रामक बीमारी को देखते हुए उनकी संख्या कम रही। साथ ही जिन गलियों में गंदगी अधिक है। वहां की सफाई को लेकर नगर पालिका की ओर से कोई प्रयास नहीं किया गया। ईओ नगर पालिका भरवारी गिरीश कुमार से कुछ ग्रामीणों ने संपर्क का प्रयास किया, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ रहा। ईओ का फोन न मिलने से भी लोगों में निराशा रही। घबराहट में गांव से दूर जा रहे लोग
- संक्रामक बीमारी से दो मौत के बाद दहशत का आलम यह है कि लोग अपने घर-गांव से फिलहाल दूरी बना रहे हैं। कुछ लोगों के बारे में पता चला है कि बीमारी से बचने के लिए वे रिश्तेदार के घर चले गए थे। हालात में सुधार होने पर ही लौटकर आएंगे। लोगों का कहना है कि लापरवाही इतनी है कि न तो सफाई होती है और न तो पीने के लिए साफ पानी मिल रह है।