ब्लाक कार्यालय में ही नहीं दिखाई दे रहा स्वच्छता मिशन, शौचालय ध्वस्त, हैंडपंप खराब
स्वछ भारत मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में साफ सफाई रखने व शौचालय के उपयोग के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन जहां से योजनाएं चलाई जा रहीं उसी दफ्तर में इसके लिए कोई इंतजाम नहीं किये गये हैं। सिराथू विकास खंड कार्यालय परिसर में बना शौचालय काफी दिनों से ध्वस्त पड़ा है। जिसकी वजह से कर्मचारियों व फरियादियों को खुले में शौच जाना पड़ता है।
कौशांबी। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में साफ सफाई रखने व शौचालय के उपयोग के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन जहां से योजनाएं चलाई जा रहीं, उसी दफ्तर में इसके लिए कोई इंतजाम नहीं किये गये हैं। सिराथू विकास खंड कार्यालय परिसर में बना शौचालय काफी दिनों से ध्वस्त पड़ा है। जिसकी वजह से कर्मचारियों व फरियादियों को खुले में शौच जाना पड़ता है। अधिकारियों के नाक के नीचे हो रही असुविधा किसी को दिखाई नही दे रही है।
पर्यावरण स्वच्छ बनाने की खातिर खुले में शौच जाने से रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालयों का निर्माण कराया गया है और लोगों को अभियान चलाकर स्वच्छता लाने के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है लेकिन इसका असर सरकारी दफ्तरों में देखने को नहीं मिल पा रहा है। सिराथू ब्लाक कार्यालय में भवन, चहरदीवारी इंटर लाकिग लगाने व मरम्मत कराने के नाम पर वित्तीय वर्ष 2019 व 20 में क्षेत्र पंचायत निधि से सवा करोड़ की धनराशि खर्च की गई है। इसके बावजूद शौचालय ध्वस्त पड़े हैं। भवन भी जर्जर हैं। 79 ग्राम पंचायतों वाले इस ब्लाक परिसर में पशु अस्पताल, क्षेत्रीय बाल विकास व पुष्टाहार कार्यालय भी संचालित हो रहा है। जिनमे दर्जनों कर्मचारी की तैनाती की गई हैं। दफ्तरों में हर दिन सैकड़ों फरियादी भी पहुंचते हैं। परिसर के भीतर शौचालय की व्यवस्था न होने की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। तैनात कर्मचारी अधिकारियों के सामने इस समस्या को लेकर जुबान खोलने से कतराते हैं। जबकि रोजाना ऐसी समस्याओं से परेशान होना पड़ता है। आने वाले फरियादियों का कहना है कि जब सरकारी विभागों में ही स्वच्छता का पालन व्यवस्था न होने की वजह से नहीं हो पा रहा है तो ग्रामीण क्षेत्रों की दशा क्या होगी। पेयजल के लिए भटकते हैं फरियादी
सिराथू ब्लाक परिसर में पेयजल की समस्या बनी रहती है। जिसकी वजह से कर्मचारियों और फरियादियों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। कार्यालय परिसर में तीन हैंडपंप लगाए तो गए हैं। इसके अलावा खंड विकास अधिकारी कार्यालय के पास आरओ लगाया गया है, लेकिन लगे हैंडपंप कई सालों से खराब पड़े हैं। जिनकी अब तक मरम्मत नहीं कराई गई है आरओ मशीन भी कई महीनों से खराब हो चुकी है। जिसकी वजह से प्यास लगने पर चाय नाश्ते की दुकान पर जाकर गला तर कर करना पड़ता है।