विवाहिता को बचाने के प्रयास में आरपीएफ सिपाही ट्रेन से कटा
कौशांबी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) की भरवारी रेलवे स्टेशन चौकी पर तैनात सिपाही ज्ञानचंद
कौशांबी : रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) की भरवारी रेलवे स्टेशन चौकी पर तैनात सिपाही ज्ञानचंद्र (42) की मंगलवार रात खुदकुशी के इरादे से ट्रेन के आगे कूदने जा रही विवाहिता को बचाने के प्रयास में ट्रेन से कट कर मौत हो गई। महिला को मामूली चोट आई। उसे जिला अस्पताल मंझनपुर में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार सुबह उसे छुट्टंी मिल गई।
देवरिया जनपद में थाना खोखुंडू ग्राम परसियामिश्र निवासी ज्ञानचंद्र की तैनाती भरवारी आरपीएफ चौकी में थी। मंगलवार रात वह प्लेटफार्म पर ड्यूटी दे रहे थे। करीब 11:30 बजे मथुरा एक्सप्रेस अपलाइन पर आते दिखी तो निर्मला नामक विवाहिता अचानक ट्रेन के सामने कूदने के लिए बढ़ी। यह देख ज्ञानचंद्र उसे बचाने के लिए भागे। उन्होंने निर्मला को तो बचा लिया, लेकिन खुद ट्रेन की चपेट में आ गए। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। स्टेशन परिसर के करीब किराये के मकान में रहने वाली पत्नी चुन्नी देवी व पुत्र सर्वेश और शैलेंद्र जानकारी पाकर रोते बिलखते मौके पर पहुंचे। जीआरपी ने पंचनामा के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय प्रयागराज भिजवाया। सहयोगी इस हादसे से शोकाकुल रहे।
अब निर्मला को हो रहा पछतावा
जिस विवाहिता की जिंदगी ज्ञानचंद्र ने अपनी जान देकर बचाई वह बुधवार को आत्मग्लानि से भर कर पछताती रही। मंझनपुर जिला अस्पताल में वह बारबार सिपाही के स्वजनों से मिलने की जिद कर रही थी लेकिन स्वजन बाद में आने की बात कहते हुए उसे लेकर चले गए। मीरजापुर जनपद के थाना कटरा अंतर्गत गांव बरौदा कचार निवासी निर्मला तीन दिन पहले घरवालों से नाराज होकर भरवारी आई थी। यहां अपने परिचित के घर रुकी थी। मंगलवार शाम किसी बात से आहत होकर आत्महत्या के नीयत से रेलवे स्टेशन पहुंची। ज्ञानचंद्र उसे समझा बुझा रहे थे। इतना ही नहीं उसके लिए घर से खाना भी मंगवाया था। निर्मला खाना खाती, इससे पहले ही मथुरा एक्सप्रेस आ गई और वह कटने के लिए भागी लेकिन बचा ली गई।