धरा को हरा भरा करने का लिया संकल्प
रविवार का दिन हरियाली के नाम रहा। जगह-जगह लोगों ने बढ़ चढ़कर पौधारोपण किया। फलदार प
रविवार का दिन हरियाली के नाम रहा। जगह-जगह लोगों ने बढ़ चढ़कर पौधारोपण किया। फलदार पौधे भी रोपे गए। इस दौरान लोगों ने धरा का हरा भरा करने का संकल्प लिया।
सिराथू प्रतिनिधि के अनुसार, विकासखंड के 84 गांव में रविवार को अभियान चलाया गया। इस दौरान ग्राम पंचायतों में सरकारी भूमि पर आम, नीम, बरगद, पीपल, महुआ के पौधे लगाए गए। कुंड्रावी में सचिव मार्तंड सिंह व प्रधान अमित सिंह ने आदर्श तालाब व बंजर भूमि पर पौधे रोपे। उदिहिन बुजुर्ग में प्रधान पुरुषोत्तम व सचिव ताज मोहम्मद, पइंसा थाना परिसर में थानाध्यक्ष राधेश्याम वर्मा व अन्य पुलिस कर्मियों ने पीपल, बरगद, नीम, अमरूद आदि का पौधारोपण किया।
म्योहर प्रतिनिधि के अनुसार, मंझनपुर ब्लाक के पिडरा सहावनपुर में पंचायत मिश्र अरविद कुमार व समाज सेवी शफीक अहमद ने ग्रामीणों के साथ 700 पौधारोपण किया। टेंवा प्रतिनिधि के अनुसार, आइटीआइ परिसर मंझनपुर में प्रधानाचार्य एमएम शुक्ला व जवाहर नवोदय विद्यालय परिसर में प्राचार्य विमल मिश्र ने शिक्षकों के साथ मिलकर पौधे रोपे। मंझनपुर तहसील के गौसपुर टिकरी गांव में प्रधान छेदीलाल, पंचायत मित्र मुस्लिम फातिमा, सचिव विश्वबंधु व गांव के गुड्डू आदि ने पौधारोपण किया।
कड़ा प्रतिनिधि के अनुसार, सीएचसी परिसर में चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. नीरज ने अन्य कर्मचारियों के साथ करीब 10 पौधे रोपे। भरवारी प्रतिनिधि के अनुसार, नगर पालिका परिषद ने क्षेत्र में संचालित विभिन्न स्कूलों व अन्य स्थानों पर सात हजार पौधारोपण किया। जबकि कुछ स्थानों पर कर्मचारियों ने ऐसे पौधे लगा दिया जो सूखे थे। इनकी उपयोगिता केवल आंकड़ेबाजी में ही हो सकती है। चायल में रोपित किए गए पौने तीन लाख पौधे
चायल क्षेत्र में सरकारी, गैरसरकारी संस्थानों ने रविवार को विभिन्न स्थानों पर पौने तीन लाख पौधारोपण किया। विकास खंड नेवादा बीडीओ विजय शंकर त्रिपाठी की देखरेख में कादिरपुर नेवादा, चिरारी, तिल्हापुर, हासिमपुर किनार सहित 74 गांवो में कृषि विभाग, राजस्व विभाग, ग्राम्य विभाग, वन विभाग व पंचायती विभाग समेत तालाब, गौशाला, बंजर सहित लोगों की निजी भूमि पर 1.2 लाख पौधारोपित किये गए।
इसी तरह चायल विकास खंड के चरवा, कसेंदा, चौराडीह, मोहम्मदपुर सहित 29 गांवो में आम, अमरूद, शीशम, पीपल, सहजन और सागौन के 40194 पौधे रोपित किए गए। मूरतगंज ब्लाक में 132664 पौधे रोपित किए गए। पर्यावरण दिवस पर बीडीओ विजय शंकर त्रिपाठी ने चौराडीह गांव के ग्रामीणों को जागरूक करते हुए बताया कि मनुष्य के जीवन में वृक्षों का बहुत ही योगदान है। वृक्ष बिना धरती पर जीवन की कल्पना नहीं किया जा सकता। नगर पंचायत अधिशाषी अधिकारी दिनेश कुमार ने 500 पौधे गोशाला, रीठी तालाब पर रोपित करवाए। बताया कि यह अभियान अभी एक सप्ताह तक चलेगा। चायल विकास खंड के नवनिर्मित आवासीय परिसर में हरियाली लाने के लिए सहायक विकास अधिकारी दुर्गेश त्रिपाठी, ग्राम सचिव धर्मेंद्र पांडेय, प्रीतम सिंह, धनराज सिंह, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी जयचंद पांडेय में पौधारोपण किया। चायल में पौधारोपण के नाम पर महज खानापूर्ति
रविवार को पौधारोपण अभियान चलाया गया। चायल विकास खंड के चौराडीह में पौधारोपण में केवल खानपूर्ति हुई। कसेंदा प्रतिनिधि के अनुसार, लिल्ली आदर्श तालाब पर करीब 400 पौधा लगाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन यहां पर महज 50 पौधे ही लगे होंगे। 10 पौधों में ही पानी डाला गया था। कुछ पौधे जमीनपर ही रखे थे। बिना गड्ढा व किसी सुरक्षा को उनको ऐसे ही फेंक दिया गया। इसी तरह हरदुआ गांव में ग्राम प्रधान ने बताया की चार सौ पौधे लगाए गए हैं। जबकि गांव के चार लोगों के दरवाजे पर लगे छह पौधे ही दिखाया गया है। इसी तरह बलीपुर टाटा में रामघटा तालाब पर पौधे लगने का दावा किया गया। जहां एक ही नीम का पौधा लगा मिला। कसेंदा गांव में डोली तालाब किनारे सूखे पौधे लगाए गए जो लगने योग्य नहीं हैं।
इसी प्रकार विकास खंड नेवादा के नूरपुर हाजीपुर ग्राम प्रधान शिवकुमार ने बताया की बंजर भूमि पर एडीओ पंचायत ने 900 पौधारोपण कराया। जब इसकी पड़ताल की गई तो खेल के मैदान के अलावा अन्य स्थान पर पौधा नहीं दिखा। खेल मैदान में केवल 300-400 पौधा ही लगा होगा। बूंदा ग्राम प्रधान कंचन सिंह के मुताबिक गांव में 400 पौधारोपण किया गया। अभी सोमवार को भी पौधा लगाया जाएगा। वह कितने और पौधे लगाएंगे। इसकी जानकारी उनके पास नहीं है। सीधा सा जवाब दिया कि जो मिल जाएगा लगा देंगे। कमालपुर बरेठी गांव में छोछा तालाब किनारे 500 पौधा लगाने का दावा किया गया, जबकि यहां 200 से अधिक पौधे नहीं दिखे। इसी प्रकार रेही में हर्जू तालाब पर महज 50 पौधा लगाकर कोरम पूरा कर दिया गया।
इसी प्रकार मूरतगंज प्रतिनिधि के अनुसार सकाढ़ा गांव में वन विभाग ने 700 पौधारोपण का लक्ष्य रखा था। यह पौधे मानक के अनुसार नहीं थे। अधिकांश पौधे यूके लिप्टस के रहे। इन पौधों में करीब 150 पौधे सूखे ही लगा दिया गया।
पौधारोपण की आंकड़ेबाजी में अफसर पास, हकीकत कुछ और
महाकुंभ अभियान के दौरान शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक पौधारोपण किया गया। इस दौरान कई जगह बेहतर व्यवस्था रही। जबकि कुछ स्थानों पर केवल कागजी कोरम पूरा किया गया। अफसरों की आंकड़ेबाजी भी कम काबिले तारीफ नहीं रही। वन विभाग की ओर से दावा किया गया है कि बेहतर व्यवस्था के कारण लक्ष्य से करीब 51 हजार अधिक पौधे लगाए गए हैं। लेकिन, ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर केवल कोरम पूरा किया है।