चायल : नगर पंचायत चायल के सीमा अंतर्गत व्यवसाय करने पर लाइसेंस शुल्क लगाने से व्यापारियों में आक्रोश है। उन्होंने मंगलवार को लाइसेंस शुल्क के विरोध में अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
नगर पंचायत चायल के व्यापारी रंजीत केशरवानी ने कहा कि नगर प्रशासन की तरफ से व्यापारियों पर लाइसेंस शुल्क लगाया गया है। कपड़ा व्यापारी पर एक हजार रुपये, किराना व्यापारी पांच हजार रुपये, नाई पर पांच हजार रुपये, खाद व्यापारियों पर 10 हजार रुपये, हार्डवेयर और मार्बल व्यापारियों पर 17 हजार रुपये वार्षिक लाइसेंस शुल्क के लिए नोटिस दिया गया है। नगर पंचायत के व्यापारियों के लिए सालाना पांच हजार रुपये से 17 हजार रुपये लाइसेंस शुल्क दे पाना मुश्किल है। कोविड काल में नगर प्रशासन का यह निर्णय व्यापारी विरोधी है। उनका कहना है कि पहले ही कस्बेवासी हाउस टैक्स जमा नहीं कर पा रहें है। कोरोना के चलते साल भर से व्यापार पूरी तरह से चौपट है, सहालग में व्यापारियों को कुछ राहत मिली तो नगर प्रशासन ने लाइसेंस के लिए नोटिस भेज दिया है। उन्होंने बताया कि अन्य नगर पंचायतों में इतना अधिक शुल्क नहीं है। चायल के व्यापारी भारी भरकम लाइसेंस शुल्क जमा करने असमर्थ हैं। उन्होंने लाइसेंस शुल्क के विरोध में ईओ दिनेश कुमार सिंह को सौंपा। नगर पंचायत अध्यक्ष शिवमनी केसरवानी का कहना है कि शासनादेश के अनुसार शुल्क का निर्धारण किया गया है, व्यापारियों के अधिक लाइसेंस के विरोध को शासन को अवगत करा दिया जाएगा। विरोध प्रदर्शन करने वालों में सत्यम जायसवाल, चिम्मन, यासीन अहमद, मोहम्मद असद, नसीम अहमद, सिटू केसरवानी, संदीप साहू, नजीमुल्ला, वीरेंद्र कुशवाहा समेत बड़ी संख्या में व्यापारी शामिल रहे।
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