Move to Jagran APP

रैपिड रिस्पांस टीम की निगरानी में रहेंगे संक्रमित

जिले में कोरोना वायरस बढ़ रहा है। इस पर काबू पाने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। कोविड पॉजिटिव मरीज जो घर पर आइसोलेट किए गए हैं। उनका उपचार सही तरीके से हो और वह जल्द स्वस्थ हो इसके मद्देनजर रैपिड रिस्पांस टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा एंटीजन व आरटीपीसीआर का लक्ष्य बढ़ाया गया है। रैपिड रिस्पांस टीम में अभी प्रशासनिक सदस्य नहीं पहुंच रहे हैं। इस संबंध में जिलाधिकारी को जानकारी दी गई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 10:35 PM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 10:35 PM (IST)
रैपिड रिस्पांस टीम की निगरानी में रहेंगे संक्रमित
रैपिड रिस्पांस टीम की निगरानी में रहेंगे संक्रमित

जासं, कौशांबी: जिले में कोरोना वायरस बढ़ रहा है। इस पर काबू पाने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। कोविड पॉजिटिव मरीज जो घर पर आइसोलेट किए गए हैं। उनका उपचार सही तरीके से हो और वह जल्द स्वस्थ हो इसके मद्देनजर रैपिड रिस्पांस टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा एंटीजन व आरटीपीसीआर का लक्ष्य बढ़ाया गया है। रैपिड रिस्पांस टीम में अभी प्रशासनिक सदस्य नहीं पहुंच रहे हैं। इस संबंध में जिलाधिकारी को जानकारी दी गई है।

loksabha election banner

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीएन चतुर्वेदी ने बताया कि जनपद में 39 रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) का गठन किया जा चुका हैं। जिसमें नगर पंचायत व ग्रामीण के प्रशासनिक सदस्यों को जोड़ना शेष है। कहा कि जनपद में 148 कोविड पॉजिटिव को होम आइसोलेट किया गया हैं। इसकी निगरानी के लिए 27 आरआरटी गठित हैं। यदि पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ी तो और टीमें लगाई जाएंगी। कहा कि जांच के बाद कोविड पॉजिटिव होने पर रैपिड रिस्पांस टीम का काम शुरू हो जाता है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर सबसे पहले रैपिड रिस्पांस टीम संबंधित के घर का दौरा कर यह तय करती है। मरीज होम आइसोलेट किया जा सकता है। या नहीं। यदि उसकी हालत गंभीर होती है तो उसे कोविड अस्पताल में भर्ती कराती है। कहा कि इस समय

148 कोविड पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेट किया गया हैं। पॉजिटिव का उपचार आरआरटी करेंगी। उन्हें घर पर ही कोरोना से निजात दिलाने के लिए दवा उपलब्ध कराई जाएगी। टीम सर्वे कर यह पता लगाएगी कि आसपास के घरों के किसी व्यक्ति में कोविड के लक्षण तो नहीं हैं। पड़ोसियों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह आरआरटी को सही-सही जवाब दें। पॉजिटिव आए व्यक्ति और उसके परिवार के साथ कोई भेदभाव न करें। उन्होंने कहा कोविड का प्रसार रोकने के लिए मास्क का इस्तेमाल और एक-दूसरे से कम से कम दो गज की शारीरिक दूरी जरूरी है। कहा कि रैपिड रिस्पांस टीम कोरोना संक्रमित के घर तीन बार जाएंगी। जिसमें पहला दिन, तीसरा व सातवां दिन शामिल हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.