ईद-उल-मिलादुन्नबी में कोरोना के खात्मे को दुआ
अल्लाह के रसूल और मुसलमानों के आखिरी नबी हजरत मोहम्मद मुस्तफा की यौमे पैदाइश पर जश्न ईद-उल-मिलानदुन्नबी मनाया गया। जगह-जगह शायरों और मौलानाओं ने अपने-अपने अंदाज में हुजूर की खिदमत में नजराना-ए-अकीदत पेश की। अकीदतमंदों ने कोरोना वायरस के खात्मे के लिए दुआ की। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इलाके में कोई जुलूस नहीं निकाला गया। सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे।
चायल : अल्लाह के रसूल और मुसलमानों के आखिरी नबी हजरत मोहम्मद मुस्तफा की यौमे पैदाइश पर जश्न ईद-उल-मिलानदुन्नबी मनाया गया। जगह-जगह शायरों और मौलानाओं ने अपने-अपने अंदाज में हुजूर की खिदमत में नजराना-ए-अकीदत पेश की। अकीदतमंदों ने कोरोना वायरस के खात्मे के लिए दुआ की। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इलाके में कोई जुलूस नहीं निकाला गया। सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे।
रबीउल अव्वल माह की 12 तारीख सन 571 हिजरी को नबी-ए-करीम के दुनिया में तशरीफ लाने से पूरी दुनिया रोशन हो उठी थी। हुजूर पाक ने औरतों को उनका पूरा हक दिलाते हुए कहा था कि ऐ लोगों दहेज के खौफ से अपनी बेटियों को दफन न करो। दहेज लेना और देना दोनों गुनाह है। ईद-उल-मिलानदुन्नबी को लेकर शुक्रवार को सुबह से ही मुस्लिम इलाकों में काफी चहल-पहल रही। कोविड-19 के संक्रमण को लेकर पर्व के मौके पर नौजवान कमेटी ने लोगों से सादगी के साथ पर्व मनाने की अपील की थी। वहीं जिला प्रशासन की तरफ से भी जुलूस पर रोक लगाया गया था। लोगों ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए कमेटी और प्रशासन की बातों पर अमल किया। ईद-उल-मिलानदुन्नबी पर शारीरिक दूरी का भी पालन किया गया। मनौरी गांव में नियाज अहमद की अगुवाई में जलसे का कार्यक्रम आयोजित हुआ। नातख्वान रहमान ने पढ़ा-सरकार की आमद मरहबा, आका की आमद मरहबा की। आई है जब-जब दुनिया में ईद मीलादुन्न रसूल, खोई है दुनिया का सब गम ईद मीलादुन्न रसूल। इस मौके पर तौफीक अहमद, गौहर अली, शकील अहमद, चांदबाबू, इरफान अहमद, अली अब्बास, सोनू अली, शब्बर अली, निसार अहमद, नफीस अहमद, मोहम्मद कैफ, रिजवान अहमद, अली अहमद, नब्बन अली, मोहम्मद जाहिद और सुब्बन अली आदि लोग मौजूद रहे।