जर्जर तार से बिजली आपूर्ति, टूटने से अक्सर गुल हो जाती है बत्ती, हादसे की भी आशंका
कसेंदा में मंदर विद्युत उपकेंद्र के 32 गांवों में बिजली आपूर्ति के लिए लगाए गए तार पूरी तरह से जर्जर हो गए हैं। आपूर्ति करने वाले तारों को जगह-जगह से जोड़ा गया है। इससे ये तार आए दिन टूट कर गिरते रहते हैं। इससे बिजली की आपूर्ति ठप हो जाती है। साथ ही हादसे की आशंका बनी हुई है। शिकायत के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है। इससे लोगों में बिजली विभाग के प्रति नाराजगी है।
कौशांबी। कसेंदा में मंदर विद्युत उपकेंद्र के 32 गांवों में बिजली आपूर्ति के लिए लगाए गए तार पूरी तरह से जर्जर हो गए हैं। आपूर्ति करने वाले तारों को जगह-जगह से जोड़ा गया है। इससे ये तार आए दिन टूट कर गिरते रहते हैं। इससे बिजली की आपूर्ति ठप हो जाती है। साथ ही हादसे की आशंका बनी हुई है। शिकायत के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है। इससे लोगों में बिजली विभाग के प्रति नाराजगी है।
इन दिनों उमस भरी गर्मी की वजह से बिजली की खपत बढ़ गई है। कभी-कभी बारिश व तेज हवाएं चलती है। जिससे बिजली के खंभे और तार टूटने की घटनाएं होती हैं। साथ ही बिजली आपूर्ति बाधित होती है। विद्युत उपकेंद्र मंदर के कसेंदा फीडर से दर्जनों गांव की बिजली आपूर्ति के लिए लगे तार पूरी तरह से जर्जर हैं। कसेंदा गांव के मेवालाल, मोहनलाल, रंजीत यादव आदि ग्रामीणों ने बताया कि मंदर बिजली उपकेंद्र के कसेंदा फीडर में बिजली आपूर्ति के लिए चार दशक पूर्व तार खींचा गया है। अब वह जर्जर हो गया है। शिकायत के बाद भी तार नहीं बदला गया है। ऐसे में हादसे की आशंका बनी हुई है। फाल्ट दूर करने में बीत जाता है दिन
इन दिनों बारिश के चलते बिजली की लाइन में फाल्ट की समस्या बढ़ गई है। मंझनपुर में फाल्ट की सूचना उपकेंद्र में देने के बाद भी इसे दुरुस्त करने में कई घंटे लग जाते हैं। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि फाल्ट छोटा भी होता है तो भी पूरे दिन का समय बिजली कर्मी लगा देते हैं।