अज्ञात लाशों को लेकर संजीदा नहीं जिले की पुलिस
जासं, कौशांबी : जिले की पुलिस अज्ञात लाशों को लेकर कुछ खास संजीदा नजर नहीं आ रही है। हत्या जैसे मामलों में कातिलों तक पहुंचना तो दूर, अब तक मृतकों की शिनाख्त करा पाने में पुलिस नाकाम साबित हुई है। अपराध समीक्षा बैठक में एसपी के क्लास लगाए जाने के बावजूद इलाकाई पुलिस की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। ऐसे में अपराध व अपराधियों पर काबू पाना टेढ़ीखीर साबित हो रहा है।
जासं, कौशांबी : जिले की पुलिस अज्ञात लाशों को लेकर कुछ खास संजीदा नजर नहीं आ रही है। हत्या जैसे मामलों में कातिलों तक पहुंचना तो दूर, अब तक मृतकों की शिनाख्त करा पाने में पुलिस नाकाम साबित हुई है। अपराध समीक्षा बैठक में एसपी के क्लास लगाए जाने के बावजूद इलाकाई पुलिस की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। ऐसे में अपराध व अपराधियों पर काबू पाना टेढ़ीखीर साबित हो रहा है।
जनपद में लूट, हत्या व चोरी जैसी संगीन वारदातें ताबड़तोड़ अंजाम दी जा रही है। चोरी व लूटपाट के प्रकरण में तो पुलिस कुछ हद तक सफलता प्राप्त कर रही है लेकिन अज्ञात लाशों की पहचान कराकर कातिलों तक पहुंचना लोहे के चने चबाने जैसा साबित हो रहा है। यदि बीते कुछ घटनाओं का जिक्र करें तो पांच माह पहले कोखराज के नबीपुर गांव के बाहर सड़क किनारे एक महिला की खून से लथपथ लाश मिली थी। घटनास्थल पर एक गमछा और शराब की बोतल, गिलास आदि पड़ा हुआ था। मृतका के पहनावे से लग रहा था कि महिला को लिफ्ट देने के बाद उसकी हत्या की गई है। कई ¨बदुओं पर पुलिस ने जांच की लेकिन आज तक शिनाख्त नहीं हो सकी। इसी तरह कोखराज इलाके में ही दो माह पहले एक ही दिन अलग-अलग स्थानों पर सुबह के समय एक महिला व बच्चे की लाश पड़ी मिली। दोनों की हत्या की गई थी। पुलिस ने काफी प्रयास किया लेकिन उनकी भी पहचान नहीं हो सकी। हालांकि यह कयास लगाया गया कि कहीं दोनों लाशें मां-बेटे की तो नहीं। इसके लिए पुलिस ने दोनों का डीएनए सेंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा लेकिन अब तक रिपोर्ट न आने की वजह से स्थिति जस की तस बनी हुई है। गौर करने वाली बात यह है कि चार दिन पहले करारी के अगियौना गांव में वृद्ध रामसुमेरी के सिर पर वार कर उसकी हत्या की गई। एक दिन पहले से लापता रामसुमेरी का दूसरे दिन गांव के बाहर शव मिलने के बाद परिजन हत्या के कारण नहीं बता सके। पुलिस ने अज्ञात कातिलों के खिलाफ केस तो दर्ज कर लिया लेकिन कातिलों का अब तक सुराग नहीं लग सका है। पुलिस हवा में तीर चला रही है। वहीं क्राइम मी¨टग में इसे लेकर पुलिस अधीक्षक थानेदारों की क्लास भी लगाते हैं लेकिन उदासीनता का बोलबाला बरकरार है।