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प्रयागराज से चल रहा पीएमजीएसवाई का कार्यालय

जनपद में 2.74 करोड़ की लागत से पीएमजीएसवाई का कार्यालय बनाया गया है। इसमें अधिकारियों एवं कर्मचारियों की तैनाती भी की गई है लेकिन इस कार्यालय के अधिकतर अधिकारी व कर्मचारी प्रयागराज के कार्यालय में बैठते हैं। अधिकारियों न आने से निर्माण कार्य की मानीटरिग नहीं हो पा रही है। साथ ही कर्मचारियों को परेशानी होती है। शिकायत के बाद भी समस्या का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Feb 2021 10:36 PM (IST)Updated: Sun, 21 Feb 2021 10:36 PM (IST)
प्रयागराज से चल रहा पीएमजीएसवाई का कार्यालय
प्रयागराज से चल रहा पीएमजीएसवाई का कार्यालय

कौशांबी : जनपद में 2.74 करोड़ की लागत से पीएमजीएसवाई का कार्यालय बनाया गया है। इसमें अधिकारियों एवं कर्मचारियों की तैनाती भी की गई है, लेकिन इस कार्यालय के अधिकतर अधिकारी व कर्मचारी प्रयागराज के कार्यालय में बैठते हैं। अधिकारियों न आने से निर्माण कार्य की मानीटरिग नहीं हो पा रही है। साथ ही कर्मचारियों को परेशानी होती है। शिकायत के बाद भी समस्या का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।

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सरकार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के हर गांव तक सड़क पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। विभागीय अधिकारियों के बैठने के लिए मंझनपुर तहसील क्षेत्र के टिकरी में पांच वर्ष पूर्व 2.74 करोड़ की लागत से पीएमजीएसवाई का कार्यालय बनाया गया है। सड़क निर्माण व कार्यों की मानीटरिग के लिए एक्सईएन, तीन सहायक अभियंता, 10 अवर अभियंता व छह लिपिक की तैनाती की गई है, लेकिन दो लिपिक ही कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कराते हैं। प्रभारी एक्सईएन हरिशचंद्र समेत सभी सहायक अभियंता व अवर अभियंता प्रयागराज के कार्यालय में बैठकर काम को निपटाते हैं। इससे कुछ कर्मियों व ठेकेदारों को परेशानी होती है। डीएम को किया जा रहा गुमराह

पीएमजीएसवाई के एक्सइएन हरिशचंद्र की मूल तैनाती फतेहपुर जनपद में है। इन्हें प्रयागराज व कौशांबी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। कौशांबी में सप्ताह में बैठने की रिपोर्ट भी इनके द्वारा भेजी जाती है। आरोप है कि गलत रिपोर्ट भेजकर जिलाधिकारियों को गुमराह किया जाता है। एक्सईएन व सहायक अभियंता प्रयागराज में बैठकर कौशांबी का पूरा कार्य करते हैं। इससे अन्य कर्मचारियों व ठेकेदारों को परेशानी हो रही है। पीएमजीएसवाई कार्यालय में यदि प्रभारी एक्सइएन व अन्य कर्मचारी नहीं आते हैं। जो उनसे जवाब मांगा जाएगा। जवाब के आधार पर कार्रवाई भी होगी।

अमित कुमार सिंह, जिलाधिकारी


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