बदहाल हो गया नसीरपुर गांव का पंचायत भवन
कसेंदा विकास खंड नेवादा के नसीरपुर गांव में सार्वजनिक सभा व बैठक के लिए बना पंचायत भवन ला
कसेंदा : विकास खंड नेवादा के नसीरपुर गांव में सार्वजनिक सभा व बैठक के लिए बना पंचायत भवन लापरवाही के चलते खंडहर में तब्दील हो गया है। गांव के अराजक तत्व खिड़की, दरवाजे, हैंडपंप व गेट को इस कदर तोड़ कर उठा ले गए हैं कि आप पंचायत भवन ढूंढते रह जाएंगे और ये कहेंगे की कहां गया पंचायत भवन, यहीं पर तो बना था। साथ ही बचे खंडरनुमा भवन के कमरों व परिसर के खाली स्थान पर गांव के ही लोग भूसा, गोबर रखते हैं। जानकारी के बाद भी प्रधान व सचिव कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।
नेवादा विकास खंड के नसीरपुर गांव में 14 लाख की लागत से वर्ष 2009 में पंचायत भवन का निर्माण कराया गया था। यहां एक मीटिग हाल सचिव व ग्राम प्रधान का कार्यालय के साथ दो मालखाने, पेयजल के लिए हैंडपंप और पुरुषों व महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय की सुविधा है। अनदेखी के चलते पंचायत भवन खंडहर में तब्दील हो गया है। गांव के धर्मराज, लालचंद्र, सत्यम, केदार निषाद, गुलाब, राधेश्याम ने बताया की पंचायत भवन में लगी दर्जनों खिड़कियां, आठ दरवाजे, दो गेट व हैंडपंप गांव के ही अराजकतत्वों ने तोड़ दिया और अवशेष उठा ले गए। ग्रामीणों का आरोप है कि गुणवत्ता विहीन पंचायत भवन बना था जो बनने के कुछ ही दिन बाद से फर्श आदि टूटने लगी थी। देखरेख के अभाव में लगातार खराब हो रहा है। इससे गांव के लोगों में रोष है। स्थिति यह है की अब लोग यहां गंदगी करने के साथ कचरा फेंकने लगे हैं। ग्राम प्रधान शिमला देवी का कहना है कि लगभग दस वर्ष पहले बना पंचायत भवन गांव के अराजकतत्वों के चलते खंडहर में तब्दील हो गया है। इसकी मरम्मत के लिए पत्र भेजा गया है। धन अवमुक्त होते ही पंचायत भवन की मरम्मत कराई जाएगी।