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मशीनों से हो रहे बालू खनन का किया विरोध

सरायअकिल थाना क्षेत्र के रुसहाई गांव स्थित बालू घाट में शुक्रवार को मशीनों से बालू खनन के विरोध में भारी पुलिस फोर्स के बीच मजदूर संगठन ने बैठक की। इस दौरान पुलिस के अलावा पीएसी बल भी मौजूद रहा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 10:53 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 10:53 PM (IST)
मशीनों से हो रहे बालू खनन का किया विरोध
मशीनों से हो रहे बालू खनन का किया विरोध

पुरखास : सरायअकिल थाना क्षेत्र के रुसहाई गांव स्थित बालू घाट में शुक्रवार को मशीनों से बालू खनन के विरोध में भारी पुलिस फोर्स के बीच मजदूर संगठन ने बैठक की। इस दौरान पुलिस के अलावा पीएसी बल भी मौजूद रहा।

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इलाके के जैतपुर पूरे हजारी, तिल्हापुर, नंदा का पूरा, उमरवल, पिपरहटा समेत दर्जनों गांव के करीब सात सौ मजदूरों ने बालू घाट पर मशीनों से हो रहे बालू खनन और लोडिग के विरोध में शुक्रवार को रुसहाई घाट पर बैठक किया। इस बैठक में अधिक से अधिक मजदूरों को जोड़ने के लिए जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र कुमार के अगुवाई में तराई वाले गांवो में गुपचुप तरीके से पर्चे बांट गए थे। बैठक की तैयारी के लिए तीन दिन पहले रुसहाई घाट पर गुपचुप बैठक भी कर चुके है। पट्टधारकों से उनकी मांग है कि बालू खनन और लोडिग मजदूरों से कराया जाए। इसके एवज में उन्हें ट्रैक्टर और डंपर में सौ फिट बालू लोडिग के लिए चार सौ रुपये ही दिया जाए। उनका कहना है कि वह प्रशासनिक अफसरों ने मांगों पर अब तक कोई ध्यान नही दिया है। नाव से बालू खनन करने पर प्रशासन द्वारा रोक के कारण हजारों मजदूर बेरोजगार हो चुके हैं। मजदूरों और पट्टेधारकों के बीच चली बैठक में पट्टेधारक सौ फिट बालू लोडिग पर 275 रुपये देने पर राजी हैं। जबकि मजदूर चार सौ रुपये की मांग कर रहे हैं। पट्टेधारकों का कहना है कि 275 रुपये के अलावा मजदूरों को ट्रक और ट्रैक्टर चालक 50 रुपये देते हैं। इस तरह इनको प्रति ट्रैक्टर 350 रुपये मिलेंगे। मजदूरों की कमी पर वह मशीनों से ही बालू की लोडिग करेंगे। जिस पर मजदूर मान गए। इस दौरान कोखराज, सराय अकिल, चरवा, पूरामुफ्ती व कौशांबी थाने से करीब 150 पुलिस के अलावा एक कंपनी पीएसी बल तैनात रही।


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