कैंडल और फ्लैश लाइट जलाकर किया बेरोजगारी का विरोध
जिले के युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। इससे उनके सामने आर्थिक तंगी का संकट है। अब बेरोजगारों ने शासन व प्रशासन से रोजगार मांगने का तरीका बदल दिया है। विकास खंड कौशांबी के बंजर गांव में बुधवार रात नौ बजे बेरोजगार युवकों ने अपने अपने घरों की बत्ती बुझा दिया और मोमबत्ती जलाकर सरकार के खिलाफ विरोध जताने की अनोखी पहल की।
जिले के युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। इससे उनके सामने आर्थिक तंगी का संकट है। अब बेरोजगारों ने शासन व प्रशासन से रोजगार मांगने का तरीका बदल दिया है। विकास खंड कौशांबी के बंजर गांव में बुधवार रात नौ बजे बेरोजगार युवकों ने अपने अपने घरों की बत्ती बुझा दिया और मोमबत्ती जलाकर सरकार के खिलाफ विरोध जताने की अनोखी पहल की। बेरोजगार युवकों का कहना था कि इस नए तरीके से शायद सरकार जागे और गांव के बेरोजगारों को रोजगार का अवसर मुहैया कराए। विरोध करने वालों में मुकेश चौधरी, कोमल यादव, अमित यादव, नीरज चौधरी, अरुण चौधरी, हेमराज, आदि बेरोजगार युवक थे। ताली-थाली बजाकर निकाला कैंडल मार्च
संसू अझुहा : बेरोजगारी का दंश झेल रहे युवाओं ने थाली व ताली बजाकर कैंडल मार्च निकाल सरकार से रोजगार मांगा। बुधवार की देर शाम नगर पंचायत अझुहा के भोला चौराहा के पास दर्जनों समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र के बेरोजगार युवकों के साथ कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान ब्लाक प्रमुख कड़ा अनुज यादव ने कहा कि कोविड-19 के चलते शहरों में रहकर रोजी रोटी कमाने वाले युवक बेरोजगार हो गए हैं। ऐसे में उन्हें रोजगार चाहिए लेकिन सरकार द्वारा उन्हें रोजगार नहीं दिया जा रहा है वहीं शिक्षित युवा बेरोजगार हैं। इस मौके पर अशोक गौतम, वसीम सिद्दीकी, शिव प्रकाश विश्वकर्मा, शाहरुख, अशर्फीलाल, वसीम अहमद, ज्ञानदत्त यादव, अजय माली, दौलतराम पंडा, अंकित विश्वकर्मा, विक्की केशरवानी आदि मौजूद रहे।
प्रतीकात्मक रूप से किया विरोध किया
चायल के चरवा में प्रीतम सिंह के नेतृत्व में बुधवार को युवाओं ने एकत्र होकर रात नौ बजकर नौ मिनट पर लाइट बंद कर दी और मोबाइल, दीये और टॉर्च जलाकर विरोध किया। प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा शासनकाल में बेरोजगारी की समस्याएं बढ़ती जा रही है। किसानों, मजदूरों, व्यापारियों की सरकार अनदेखी कर रही है। हर जगह हत्याएं, बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही है। इन्हीं समस्याओं के विरोध केंद्र सरकार व राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित के लिए प्रतीकात्मक रूप से विरोध किया है। इस मौके पर सत्य प्रकाश, अजीत यादव, कुलदीप सिंह, मनीष कुमार और सुखलाल यादव आदि लोग मौजूद रहे।