अब माफिया ने बोट से शुरू किया बालू का अवैध खनन
चायल पिपरी के रसूलपुर ब्यूर में बालू का अवैध खनन जोरों पर चल रहा है। नियम के विपरीत पनच
चायल : पिपरी के रसूलपुर ब्यूर में बालू का अवैध खनन जोरों पर चल रहा है। नियम के विपरीत पनचक्की से नदी की धारा को रोककर बालू की अवैध खनन की खबर दैनिक जागरण में प्रकाशित होने पर जिला प्रशासन की टीम ने वहां पर छापा मारा, लेकिन टीम के आने से पहले ही बालू को नदी में फेंक दिया गया। प्रशासन की टीम को जांच में साक्ष्य नहीं मिले। टीम के लौटने बाद अब माफियों ने नाव से बालू का अवैध खनन शुरू कर दिया है।
पिपरी के ब्यूर घाट में एक लाख 36 हजार घनमीटर क्षेत्रफल बालू खनन का पट्टा लखनऊ के इंद्रासन मौर्य के नाम आवंटित है। मंगलवार को पट्टा सीमा क्षेत्र से हटकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के नियमों के विरुद्ध रेत से नदी की धारा रोककर पानी से अवैध बालू खनन करने की खबर प्रकाशित होने के बाद चायल एसडीएम ज्योति मौर्या ने खनन अधिकारी आरपी सिंह व तत्कालीन सीओ केजी सिंह की मौजूदगी में छापेमारी की। छापेमारी के पहले ही पनचक्की हटाकर रेत को नदी में फिंकवा दिया गया। प्रशासन को घाट पर छापेमारी के दौरान कुछ भी नहीं मिला। बालू खनन पट्टा सीमा क्षेत्र से तीन सौ मीटर दूर होने से प्रशासन के वापस लौटते ही एक राजनीतिक दल के कार्यकर्ता ने स्थानीय माफियाओं की मदद से बोट से बालू को गिरवाकर कारोबार शुरू कर दिया है। मोटी और पानी की साफ बालू को बोट से निकलवा जा रहा है। इससे पर्यावरण और राजस्व का नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों के अनुसार राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं और पुलिस की शह पर अवैध खनन और सप्लाई हो रही है।
वर्जन..
पिपरी के रसूलपुर ब्यूर में बालू के अवैध खनन की जांच करने के लिए खनन अधिकारी व पुलिस टीम के साथ मौके पर गई थी। वहां पर धारा रोकने व अवैध खनन की पुष्टि नहीं हुई। अब स्थानीय लोग अवैध खनन कर रहे हैं। इसकी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
-चायल एसडीएम, ज्योति मौर्या