अब के किसान लीची भी उगाकर होंगे मालामाल
उद्यान विभाग जनपद में लीची का उत्पादन कराएगा। गुरुवार को बैठक में डीएम से चर्चा के बाद पांच हेक्टेयर में लीची उत्पादन करने की योजना को मंजूरी दी गई।
कौशांबी : उद्यान विभाग जनपद में लीची का उत्पादन कराएगा। गुरुवार को बैठक में डीएम से चर्चा के बाद पांच हेक्टेयर में लीची उत्पादन करने की योजना को मंजूरी दी गई।
खेती के साथ बागवानी व औषधि फसलों के उत्पादन से किसानों की आय बढ़ाई जा सकती है। उद्यान विभाग बीते तीन सालों से ऐसी फसलों व पौधों को किसानों के बीच ला रहा है जो उनके लिए लाभकारी है। तुलसी व औषधि पौधों के बाद अब विभाग ने लीची उत्पादन की योजना बनाई है। गुरुवार को विभाग की योजनाओं को लेकर बैठक में डीएम मनीष कुमार वर्मा समेत अन्य अधिकारियों ने जिला औद्योनिक मिशन योजना, सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना, राष्ट्रीय औषधीय मिशन योजना आदि को लेकर प्रस्ताव रखा गया। इनसे जुड़ी जानकारी जिला उद्यान अधिकारी सुरेंद्र राम भाष्कर ने अधिकारियों के सामने रखा। उन्होंने कहा कि जिले में 150 हेक्टेयर में केला, 10 हेक्टेयर में आम, 15 हेक्टेयर में अमरूद, 10 हेक्टेयर में पपीता व पहली बार पांच हेक्टेयर में लीची के साथ ही प्रधानमंत्री सिचाई योजना में 370 हेक्टेयर ड्रिप, 909 हेक्टेयर में स्प्रिंकलर सेट स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा 10-10 हेक्टेयर में अश्वगंधा, कालमेध, सतावर और 50 हेक्टेयर में तुलसी के उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। डीएम समेत अन्य सदस्यों ने विभाग की योजनाओं का अनुमोदन कर दिया। कहा कि यह किसानों के विकास के लिए बेहतर होगा। डीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग योजना से अचार, चटनी, मुरब्बा, पापड़, आदि का कारोबार करने वालों को बढ़ावा देने का प्रयास करें। उन्होंने योजनाओं के लिए ऋण मांगने वाले युवकों व अन्य लोगों की मदद के लिए भी निर्देश दिया। कहा कि केवल योजना पेश करने से कुछ नहीं होगा। इन योजनाओं पर काम करने वाले लोगों को किसी प्रकार की मदद की जरूरत होती है तो उसको बढ़ावा दें। किसी प्रकार की समस्या हो रही है तो इसकी जानकारी उनको भी दी जाए। बैठक में पीडी व प्रभारी सीडीओ लक्ष्मण प्रसाद, डीपीआरओ गोपालजी ओझा, जिला प्रबंधक जिला उद्योग दिनेशचंद्र शास्त्री, योजना प्रभारी प्रमोद कुमार, उद्यान विभाग के वरिष्ठ लिपिक जव्वार असगर, किसान रिजवान, अंगद, उधो सिंह, राम बहादुर आदि मौजूद रहे।