अब तक नहीं हो सका गेहूं का भंडारण
जासं, कौशांबी : अभी तक किसानों से खरीदे गए गेहूं का भंडारण पूरी तरह से नहीं हो सका है। अभी आधा दर्जन गेहूं खरीद केंद्रों पर किसानों से खरीदा गया गेहूं पड़ा हुआ है। अफसरों की लापरवाही के चलते खरीद केंद्रों से गोदाम तक गेहूं नहीं जा सका है। ऐसे में बारिश में गेहूं भीग रहा है।
जासं, कौशांबी : अभी तक किसानों से खरीदे गए गेहूं का भंडारण पूरी तरह से नहीं हो सका है। अभी आधा दर्जन गेहूं खरीद केंद्रों पर किसानों से खरीदा गया गेहूं पड़ा हुआ है। अफसरों की लापरवाही के चलते खरीद केंद्रों से गोदाम तक गेहूं नहीं जा सका है। ऐसे में बारिश में गेहूं भीग रहा है।
अप्रैल से गेहूं खरीद के साथ ही भंडारण का काम शुरू हो गया था। 15 जून से गेहूं की खरीद बंद हो गई। उसके बाद गेहूं भंडारण का तेजी से हुआ। अन्य एजेंसियों के साथ ही पीसीएफ की दर्जन भर से अधिक समितियों ने भी गेहूं खरीदा था। गेहूं खरीदने के साथ ही उनको भंडारण के लिए गोदाम भी भेजना था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गेहूं को गोदाम तक भेजने में लगातार लापरवाही हुई। अब भी सहकारी समिति भरवारी में तीन हजार कुंतल, पुरखास में 14 सौ कुंतल, अरका महमदपुर में सात सौ कुंतल के अलावा आलमचंद्र, भरसवां सहित कई खरीद केंद्रों पर गेहूं रखा हुआ है।
कुछ ट्रक खाद मंगवाई, जल्द ही होगा उठान
पीसीएफ के जिला प्रबंधक जंगी लाल ने बताया कि खरीदे गए गेहूं को गोदाम तक भिजवाने का काम चल रहा है। चूंकि उन्हें खाद भी मंगवानी थी इसलिए कुछ ट्रक उसमें लगा दिए गए हैं। ऐसे में गेहूं का उठान रह गया है। जल्द ही उसे गोदाम में भिजवा दिया जाएगा।
केवल पीसीएफ की समितियों का बचा है गेहूं
डिप्टी आरएमओ अंशुमाली शंकर ने बताया कि सभी क्रय केंद्रों से गेहूं उठाकर गोदाम में रखवा दिया गया है। केवल पीसीएफ की समितियों का बचा है। उसे गोदाम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी पीसीएफ की है। ओसा मंडी स्थित गोदाम में गेहूं का भंडारण किया जा रहा है।
डीएम ने पीसीएफ के प्रबंधक को फटकारा
समिति पर खाद पहुंचाने में लापरवाही बरतने पर पीसीएफ के जिला प्रबंधक जंगी लाल को डीएम मनीष कुमार ने पिछले दिनों फटकारा था। डीएम ने कहा कि था किसानों को हर हाल में खाद उपलब्ध कराएं। इसमें लापरवाही करने पर प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गोदाम में नहीं लिया गया भरसवां का गेहूं
पीसीएफ के खरीद केंद्र सहकारी समिति भरसवां से गेहूं पिछले दिनों एफसीआइ के गोदाम भेजा गया था लेकिन वहां से 94 बोरी लौटा दिया गया है। कहा कि यह गेहूं मानक के अनुरूप नहीं है इसे वह नहीं ले सकते हैं। एफसीआइ ने गेहूं नहीं लिया तो क्रय केंद्र प्रभारी की परेशानी बढ़ गई है। वैसे इसी समिति पर पिछले दिनों एसडीएम ने छापा मारा था और नकली खाद होने की आशंका में समिति के सचिव पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था। इसलिए आसार है कि जो गेहूं लौटाया वह कहीं कोटेदार से खरीदा हुआ गेहूं तो नहीं था।