प्रशांत के तूफानी अर्धशतक से मेरठ ने दर्ज की जीत
रिजवी कालेज परिसर में सोमवार को ऑल इंडिया आबिस एवं साकिब रिजवी मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट (रिजवी कप) का दूसरा मैच खेला गया। टॉस जीतकर मेरठ की टीम ने पहले बालिग का फैसला किया। प्रयागराज की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 35 ओवर में 226 रनों का लक्ष्य दिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए मेरठ ने 34.2 ओवर में जीत हासिल कर ली।
करारी : रिजवी कालेज परिसर में सोमवार को ऑल इंडिया आबिस एवं साकिब रिजवी मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट (रिजवी कप) का दूसरा मैच खेला गया। टॉस जीतकर मेरठ की टीम ने पहले बालिग का फैसला किया। प्रयागराज की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 35 ओवर में 226 रनों का लक्ष्य दिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए मेरठ ने 34.2 ओवर में जीत हासिल कर ली।
रिजवी कप के दूसरा मुकाबला सोमवार को खेला गया। मेरठ व प्रयागराज के बीच हुई इस मुकाबले में मेरठ की टीम ने चार विकेट से मैच जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए प्रयागराज की टीम निर्धारित 35 ओवर में सात विकेट खोकर 225 रन बनाया। जिसमें राजकुमार ने शतकीय पारी खेली। राजकुमार ने 107 गेंदों में नौ चौके और चार छक्कों की मदद से 101 रन बनाए। इसके साथ ही सिद्धार्थ ने 63 रनों का योगदान दिया। मेरठ की ओर से विशाल ने चार विकेट झटके। 226 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मेरठ ने 34.2 ओवर में छह विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। टीम के जीत का सेहरा प्रशांत चौधरी के सिर बंधा। उन्होंने अंतिम समय में तूफानी पारी खेलते हुए मैच को रोमांचक करने के साथ ही टीम को जीत दिलाई। महिलाओं वं बच्चों को दिलाए योजनाओं का लाभ
जासं, कौशांबी : महिलाओं व बच्चों के हित में संचालित की जा रही योजनाओं की हकीकत जानने के लिए सोमवार को राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. नीता साहू ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक किया। इसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि
महिलाओं व बच्चों के अधिकारों के लिए चलाए जा रही योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले। इसके लिए प्रचार करें।
जिला मुख्यालय मंझनपुर स्थित लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्या डॉ. नीता साहू ने अधिकारियों के साथ बैठक कर मिशन शक्ति, रानी लक्ष्मीबाई, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्रवृत्ति बाल भिक्षावृत्ति से छुटकारा दिलाने के लिए चलाए जा रहे अभियान व बाल संरक्षण आदि कार्यक्रमों की समीक्षा किया। इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि यदि महिलाओं व बच्चों के अधिकारों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें, जिससे उन्हें योजनाओं का लाभ मिले।