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इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं कुष्ठ रोगी

जासं, कौशांबी : राष्ट्रीय कुष्ठ रोग निवारण कार्यक्रम के तहत रोगियों का चयन कर उनका समुचित इलाज करना है। इसके लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। जिले में 750 से अधिक कुष्ठ रोगी हैं जिसमें 140 लोग दिव्यांग हैं और आधा दर्जन लोगों की हालत काफी खराब हैं। जो चलने फिरने में असमर्थ हैं। इलाज के नाम पर दिव्यांग मरीजों को रेफर कर पल्ला झाड़ लिया है। कुष्ठ रोग से पीड़ित मरीज दम तोड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 07:05 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 07:05 PM (IST)
इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं कुष्ठ रोगी

जासं, कौशांबी : राष्ट्रीय कुष्ठ रोग निवारण कार्यक्रम के तहत रोगियों का चयन कर उनका समुचित इलाज करना है। इसके लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। जिले में 750 से अधिक कुष्ठ रोगी हैं जिसमें 140 लोग दिव्यांग हैं और आधा दर्जन लोगों की हालत काफी खराब हैं। जो चलने फिरने में असमर्थ हैं। इलाज के नाम पर दिव्यांग मरीजों को रेफर कर पल्ला झाड़ लिया है। कुष्ठ रोग से पीड़ित मरीज दम तोड़ रहे हैं।

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कुष्ठ रोग से पीड़ित मरीजों की खोज कर उनका इलाज कराने के लिए जिला कुष्ठ निवारण अधिकारी समेत दर्जन भी स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की है। तैनात चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मचारी वेतन के नाम पर लाखों रुपये डकार रहे हैं। इसमें अधिकतर कर्मचारी बेहद लापरवाही कर रहे हैं। इस वित्तीय वर्ष खोजे गए मरीजों में छह मरीज दिव्यांग हैं। सभी मरीजों को सर्जरी के लिए प्रयागराज के नैनी स्थित कुष्ठ मिशन अस्पताल में इलाज के लिए रेफर किया है। इसी प्रकार पिछले वर्ष पांच लोगों को सर्जरी के लिए रेफर किया गया था। इनमें से छह लोगों काफी गरीब हैं। मरीजों की मानें तो वे निजी वाहन कर इलाज कराने के लिए दो बार नैनी गए थे। लेकिन सर्जरी नहीं की गई। इसकी जानकारी जिला कुष्ठ निवारण अधिकारी को मरीजों ने दी थी। इसके बाद भी उनके इलाज के लिए ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिम्मेदारों की लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। सर्जरी के बाद मिलता है 8000 रुपये

राष्ट्रीय कुष्ठ रोग निवारण कार्यक्रम के तहत कुष्ठ रोगियों की तलाशने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। दिव्यांग की श्रेणी में आने वाले मरीजों के समुचित इलाज के लिए नैनी में कुष्ठ मिशन अस्पताल भी खोला गया है। यहां पर सर्जरी कराने वाले मरीजों को 8000 रुपये भी दिया जाता है। 140 मरीजों को मिल रही पेंशन

जिला कुष्ठ रोग निवारण अधिकारी डॉ. आशाराम ने बताया कि इन दिनों जनपद में 140 मरीज कुष्ठ रोग की वजह से दिव्यांग हो चुके हैं। ऐसे मरीजों को समाज कल्याण विभाग की ओर से 2500 रुपये प्रतिमाह पेंशन के रूप में मिल रही है। - जनपद के छह कुष्ठ रोगियों की सर्जरी नहीं हुई। इसकी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो इसकी जांच कराई जाएगी। साथ ही सभी मरीजों को कुष्ठ मिशन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया जाएगा।

- डॉ. आशाराम, जिला कुष्ठ रोग निवारण अधिकारी।


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