धान खरीद की समस्याओं को लेकर किसान कांग्रेस की हुंकार
धान खरीद केंद्र पर आने वाले किसानों को जबरन परेशान किया जाता है। उनको परेशान कर संचालक दलालों को बढ़ावा दे रहे हैं। इसी प्रकार के तमाम आरोप लगाते हुए किसान कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को देकर समस्याओं के निराकरण किए जाने की मांग की है।
कौशांबी : धान खरीद केंद्र पर आने वाले किसानों को जबरन परेशान किया जाता है। उनको परेशान कर संचालक दलालों को बढ़ावा दे रहे हैं। इसी प्रकार के तमाम आरोप लगाते हुए किसान कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को देकर समस्याओं के निराकरण किए जाने की मांग की है।
जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष राजनीश पांडेय ने कहा कि सभी केंद्रों में टोकन व्यवस्था है। इसके बाद भी किसानों से पहले कारोबारियों के धान की खरीद होती है, इस पर रोक लगाई जाए। यदि किसान को पहले मौका मिलेगा तो अधिक से अधिक किसान अपनी उपज को केंद्रों में बेच सकेंगे। बताया कि इतना ही नहीं, किसानों को 10-15 दिन के इंतजार के बाद धान खरीद का टोकन मिलता है। इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि धान अभी सूख रहा है, जो गलत है। उन्होंने केंद्रों पर धान बेचने आए किसानों को घटतौली का शिकार होने जैसे आरोप भी लगाएं। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को सुविधा देने का दावा कर रही है, लेकिन किसानों पर लगातार बिजली का बिल लादा जा रहा है। इससे उनको परेशानी हो रही है। यही हाल रहा तो किसान भय से बिजली का प्रयोग भी कम कर देगा। इसका सीधा असर उत्पादन पर होगा। उन्होंने एनएचएआइ द्वारा भूमि अधिग्रहीत करने के बाद सर्किल दर से किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है। संगठन से जुड़े बड़ेलाल, मोतीलाल, मथुरा दुबे, भारत गौतम, राम प्रकाश, इजहार अब्बास, दीपचंद्र, मनोज, नर्मदा प्रसाद, प्रेमचंद्र कुशवाहा आदि ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा।