वर्ष 2022 तक शहजादपुर गंगा ब्रिज निर्माण होना मुश्किल
प्रतापगढ़ के रास्ते अयोध्या से चित्रकूट को सीधा मार्ग से जोड़ने वाला शहजादपुर-करेंटी घाट प
प्रतापगढ़ के रास्ते अयोध्या से चित्रकूट को सीधा मार्ग से जोड़ने वाला शहजादपुर-करेंटी घाट पर बन रहा गंगा ब्रिज अब चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। लॉकडाउन के चलते कार्य की प्रगति रुकने के चलते पुल को जनवरी 2022 तक चालू कर पाना आसान नहीं लग रहा है। हालांकि इंजीनियरों का दावा है कि वक्त भले लगे, लेकिन वर्ष 2022 समाप्त होने के पहले निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।
क्रांतिकारी दुर्गा भाभी की जन्मस्थली शहजादपुर से प्रतापगढ़ जिले को जोड़ने वाले करेंटी गांव के बीच गंगा पर पुल की मांग पर सांसद विनोद कुमार सोनकर के अथक प्रयास से सरकार ने मंजूरी दी। नौ अगस्त 2019 को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शहजादपुर में इसकी आधारशिला रखी थी। इसे वर्ष 2022 के पहले पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश सेतु निगम को निर्देशित किया था। पुल का काम युद्धस्तर पर शुरू हुआ, लेकिन मार्च 2020 में लॉकडाउन की वजह से निर्माण कार्य ठप रहा। 1272 मीटर लंबे पुल को बनाने के लिए सरकार द्वारा करीब दो अरब 48 करोड़ का बजट जारी किया गया था। वर्तमान में निर्माण कार्य गतिमान है। इंजीनियर सुधीर कुमार व इंजीनियर आरके सिंह का कहना है कि इस पुल में कुल 13 पिलर होंगे जो बनाए जा रहे हैं। इसके बाद उसके ऊपर कवरिग व सड़क निर्माण कार्य किया जाएगा। लॉकडाउन में डेढ़ महीने से अधिक कार्य प्रभावित रहा, फिर भी वर्ष 2022 तक पुल का निर्माण पूरा हो जाएगा।