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यहां तो हर दिल में है देश का सम्मान

जासं, कौशांबी : जिले में स्वतंत्रता दिवस का पर्व धूमधाम से मनाया गया। शिक्षण संस्थानों के साथ ही समाजसेवी संस्था के लोगों ने ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता दिवस मनाया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Aug 2018 09:14 PM (IST)Updated: Fri, 17 Aug 2018 09:14 PM (IST)
यहां तो हर दिल में है देश का सम्मान
यहां तो हर दिल में है देश का सम्मान

जासं, कौशांबी : जिले में स्वतंत्रता दिवस का पर्व धूमधाम से मनाया गया। शिक्षण संस्थानों के साथ ही समाजसेवी संस्था के लोगों ने ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता दिवस मनाया।

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मंझनपुर जिला अस्पताल के सामने स्थित वृद्धाश्रम में अधीक्षक आलोक राय के नेतृत्व में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। वृद्धजनों ने देश की आजादी से जुड़ी हर बाते बताते हुए कहा कि उनको बचपन के दिन याद है जब विद्यालय में इस दिवस को लेकर तमाम कार्यक्रम होते थे। यह एक आज भी उनकी यादों में बना है। अधीक्षक ने कहा कि वृद्धजनों के सम्मान के लिए हर पर्व को आश्रम में मनाया जता है। उन्होंने कहा कि आश्रम में हर वृद्ध का सम्मान हो रहा है। उनको उनकी रुचि के अनुसार ही खाना व रहने की व्यवस्था मिल रही है। ध्वजारोहण के बाद वृद्धों ने रामनाम जाप कर देश के लोगों के बीच शांति व सौहार्द बना रहे इसके लिए प्रार्थना की। प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय महेवाघाट के जमुनापुर में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। इस दौरान छात्रों के बीच विभिन्न खेल कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके साथ ही विद्यालय परिसर में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जमुनापुर घाट के मालिक राजेश शर्मा व संचालक भगवान राम शर्मा ने बच्चों को बताया कि छात्र जीवन हर व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण पल होता है। इसको हम पूरे जीवन भर याद रखते हैं। रूपेश त्रिपाठी ने कहा कि जब तक हम बच्चे है तब तक किसी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं है। इसके बाद हर क्षेत्र में हम आगे बढ़ेंगे। वहां की जिम्मेदारी बढ़ेगी। इसके बाद जीवन दिनों दिन कठिन हो जाएगा। इस मौके पर ग्राम प्रधान सीताराम, प्रधानाचार्य बैजनाथ दूबे, अरुण ¨सह, अजय ¨सह, धर्मेंद्र ¨सह, आनंद ¨सह आदि मौजूद रहे।

इसी प्रकार बीआरएस जूनियर हाई स्कूल बैशकांटी में छात्रों व शिक्षकों ने स्वतंत्रता दिवस मनाया। एबीएसए मंझनपुर डा.अविनाश ¨सह ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के आज जो मायने हम निकाल रहे है वह नहीं है। देश की आजादी दिलाने के पीछे शहीद हुए लोगों को उद्देश्य था कि हम एक साथ मिलकर रहे। आज हम किसी ने किसी बात को लेकर अक्सर विवाद करते है। इसको दूर करने का काम अब आने वाली पीढ़ी का है। हम अभी से इसके लिए प्रयास करें। समाज अपने आप परिवर्तन की ओर बढ़ जाएगा। इस मौके पर विक्रम ¨सह, धीरेंद्र ¨सह, संरक्षक राजनबाबू ¨सह, प्रधानाचार्य राम सुंदर ¨सह, प्रबंधक अंकुर ¨सह आदि मौजूद रहे।


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