सेवा समाप्ति पर कार्यकर्ताओं को मिले फंड और पेंशन
जिला मुख्यालय मंझनपुर में तीन दिवसीय भूख हड़ताल के बाद अपनी मांगों को लेकर महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की कार्यकर्ता सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंची। मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपते हुए कहा कि 62 वर्ष में सेवा समाप्ति के बाद कार्यकर्ताओं को पेंशन व फंड दिया जाए।
कौशांबी : जिला मुख्यालय मंझनपुर में तीन दिवसीय भूख हड़ताल के बाद अपनी मांगों को लेकर महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की कार्यकर्ता सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंची। मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपते हुए कहा कि 62 वर्ष में सेवा समाप्ति के बाद कार्यकर्ताओं को पेंशन व फंड दिया जाए।
कर्मचारी संघ की प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष माया सिंह ने ज्ञापन में कहा कि कोरोना संक्रमण काल में पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ आंनगबाड़ी कार्यकर्ता अपनी ड्यूटी निभा रही हैं। ऐसी परिस्थिति में उनकी अनदेखी करते हुए प्रदेश के तीन लाख 75 हजार कार्यकर्ताओं को बर्खास्तगी का फरमान सुना दिया गया है। यह अत्याचार है। इसके अलावा 62 साल वाली कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्ति की भी चेतावनी दी जा रही है। यदि ऐसी कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्ति की जा रही है तो उन्हें पेंशन व फंड भी अन्य सरकारी कर्मियों की तरह दिया जाए। इसके अलावा ज्ञापन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अन्य मांगों को भी पूरा करने के लिए कहा। अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने ज्ञापन लेते हुए आला अफसरों के जरिए मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। इस मौके पर संघ की जिला उपाध्यक्ष संजना दीक्षित, जिला महामंत्री सुषमा सिंह आदि मौजूद रहीं।