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कायाकल्प के बाद भी नहीं बदली परिषदीय स्कूलों की सूरत

िह ि कायाकल्प के बाद भी नहीं बदली परिषदीय स्कूलों की सूरत

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 May 2022 08:04 PM (IST)Updated: Fri, 13 May 2022 08:04 PM (IST)
कायाकल्प के बाद भी नहीं बदली परिषदीय स्कूलों की सूरत
कायाकल्प के बाद भी नहीं बदली परिषदीय स्कूलों की सूरत

कायाकल्प के बाद भी नहीं बदली परिषदीय स्कूलों की सूरत

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फोटो-8

- सिराथू बीआरसी के आठ स्कूलों में नहीं है पानी का इंतजाम, ध्वस्त पड़े शौचालय

संसू, सिराथू : परिषदीय स्कूलों की दशा सुधारने के लिए चलाए गए आपरेशन कायाकल्प के बाद भी सिराथू बीआरसी क्षेत्र के दर्जनों विद्यालयों की तस्वीर नहीं बदली जा सकी। ऐसे में असुविधा के बीच शिक्षण कार्य हो रहा है। आठ स्कूलों में पेयजल व्यवस्था न होने की वजह से नौनिहालों को गर्मी के दिनों में पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इसे लेकर खंड शिक्षा अधिकारी जवाहर यादव ने बीडीओ सुरेश कुमार गुप्ता को पत्र भेजकर स्कूलों में निर्माण कार्य कराने की मांग की है।

प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पेयजल के लिए टंकी स्थापित कर रनिंग वाटर, स्वच्छता के तहत सार्वजनिक और दिव्यांग शौचालय, मल्टीपल हैंडवाश, चहारदीवारी व अन्य तमाम बुनियादी सुविधाओं से लैस करने के लिए ग्राम पंचायत निधि से आपरेशन कायाकल्प के तहत काम कराने के निर्देश हैं। इसके बावजूद भी कई विद्यालयों में बुनियादी सुविधाएं अब तक उपलब्ध नहीं हो सकीं। जिसकी वजह से असुविधा के बीच बच्चों को शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है। सिराथू क्षेत्र के 12 स्कूलों में बने शौचालय ध्वस्त पड़े हैं। 26 विद्यालयों में चहारदीवारी का निर्माण नहीं कराया गया। जिसकी वजह से आवारा मवेशियों के घुस जाने का खतरा बना रहता है। 25 स्कूलों में पेयजल के लिए टंकी की स्थापना कर रनिंग वाटर की व्यवस्था नहीं हुई। इसके अलावा उच्च प्राथमिक विद्यालय शाखा, प्राथमिक स्कूल ककोढ़ा प्रथम, नारा, राला, भगौतापुर, मलकिया, पती का पूरा, जुबरा में साल भर से लगे हैंडपंप की बोरिंग ध्वस्त पड़ी है। जिससे पेयजल की समस्या है। गर्मी के दिनों में शिक्षण कार्य के लिए आने वाले बच्चों को बोतल में पानी भरकर लाना पड़ता है। तापमान बढ़ने की वजह से नौनिहालों को गर्म पानी पीना पड़ रहा। व्याप्त समस्याओं को लेकर एबीएसए ने खंड विकास अधिकारी को पत्र भेजकर ग्राम पंचायतों में स्थित विद्यालयों की व्यवस्था सुधारने की मांग की है।

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जर्जर हुए भवन, दूसरे स्कूल में चल रही कक्षाएं

सिराथू तहसील क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय शाखा व प्राथमिक विद्यालय भगौतापुर का भवन जर्जर हो चुका है। जिसकी वजह से अध्ययनरत बच्चों को दूसरे स्कूलों में स्थानांतरित किया गया है। मिशन कायाकल्प के तहत विद्यालय के मरम्मत का कार्य नहीं कराया गया। जिसकी वजह से बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए दूर तक जाना पड़ रहा है। प्राथमिक विद्यालय भगौतापुर के बच्चों को डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित मलकिया स्कूल में स्थानांतरित किया गया है। जिसकी वजह से गर्मी के दिनों में आने जाने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

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नगर पंचायत के विद्यालयों में नहीं हुआ काम

कायाकल्प के तहत ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों को काफी हद तक विकसित किया गया है लेकिन नगर पंचायत सिराथू क्षेत्र के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय का निर्माण कार्य नहीं कराया गया। जिसकी वजह से पेयजल, शौचालय की अव्यवस्था के बीच बच्चे पढ़ रहे हैं। सिराथू कस्बे के वार्ड नंबर चार हौलीपर स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बना शौचालय ध्वस्त पड़ा हुआ है। जिसकी वजह से अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को खुले में जाना पड़ रहा है। प्राथमिक विद्यालय परसीपुर में लगा हैंडपंप दो साल से खराब पड़ा है। हालांकि पेयजल के लिए जल आपूर्ति लाइन तो लगी है लेकिन बिजली व्यवस्था गड़बड़ होने की दशा में सप्लाई लाइन नहीं आती है। इससे पीने के पानी के संकट रहता है। इसके अलावा बीआरसी परिसर में स्थित संविलियन विद्यालय में पानी टंकी का निर्माण कराकर रनिंग वाटर नहीं लगाया गया और पूर्व में बना शौचालय ध्वस्त पड़ा हुआ है। जिसकी वजह से शिक्षकों व बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।


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