घर की दीवार ढहने से पिता और दो बच्चे हुए जख्मी
मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के बरौला गांव में घर की कच्ची दीवार ढहने से मलबे में दबकर परिवार के तीन लोग घायल हो गए।
कौशांबी : मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के बरौला गांव में घर की कच्ची दीवार ढहने से मलबे में दबकर परिवार के तीन लोग घायल हो गए। तीनों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराकर सूचना राजस्व विभाग के अफसरों को दी गई है।
बरौला निवासी गोवर्धन प्रसाद मजदूरी करता है। वह परिवार के साथ छप्पर के कच्चे मकान में गुजर-बसर करता है। बीते दिनों बारिश के चलते उसके घर की कच्ची दीवार काफी जर्जर हो चुकी है। बुधवार की रात वह परिवार के साथ सोया था। गोवर्धन ने बताया कि रात करीब एक बजे घर के एक हिस्से की दीवार भरभरा कर ढह गई। मलबे में दबकर गोवर्धन समेत सात वर्षीय बेटा हेमा, तीन साल की बेटी प्रिया घायल हो गईं। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी समेत ग्रामीण जागे। मलबा हटाकर तीनों को बाहर निकाला गया और एंबुलेंस की मदद से स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मंझनपुर तहसील के टेनशाह आलमाबाद के मजरा भद्दुरपुर में एक घर बारिश की सीलन से अचानक भरभरा कर गिर गया। हादसे में गृहस्थी की सामग्री दबकर नष्ट हो गई। पीड़ित ने प्रधान समेत अन्य अधिकारियों को जानकारी दी है।
उधर, भद्दुरपुर गांव निवासी अफरोज जहां के पति की कई साल पहले मौत हो चुकी है। वह बच्चों के साथ कच्चे घर में रहती है। बारिश से पूर्व उसने प्रधानमंत्री आवास की मांग की थी, लेकिन वह उसे नहीं मिल सका। बुधवार की रात अचानक बारिश की सीलन से कच्चा घर भरभरा कर गिर गया। हादसे के दौरान वह अगले हिस्से में सो रही थी। ऐसे में उसकी जान बच गई। घर गिरने का शोर सुनकर गांव वाले आ गए। किसी तरह कुछ सामान मलबे के नीचे से निकाला। अफरोज जहां का आरोप है कि उसकी समस्या को पहले सुन लिया गया होता तो उसे बारिश के दिनों में परेशान न होना पड़ता। फिलहाल उसने अपना ठिकाना पड़ोसी के घर मे बना लिया है।