बीआरसी चायल पहुंची अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकें, विद्यार्थियों की दिक्कत दूर
बीआरसी चायल के 71 विद्यालयों में 16 को अंग्रेजी माध्यम का दर्जा प्राप्त है। स्कूल खुले करीब एक माह से अधिक समय बीत चुका था लेकिन यहां पुस्तके नहीं पहुंची थी। बिना किताबों के बचों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। शिक्षक भी परेशान रहते थे। बुधवार को बीआरसी में किताबें आ गई। इसके बाद बचों के चेहरे पर खुशी छा गई।
कौशांबी। बीआरसी चायल के 71 विद्यालयों में 16 को अंग्रेजी माध्यम का दर्जा प्राप्त है। स्कूल खुले करीब एक माह से अधिक समय बीत चुका था, लेकिन यहां पुस्तके नहीं पहुंची थी। बिना किताबों के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। शिक्षक भी परेशान रहते थे। बुधवार को बीआरसी में किताबें आ गई। इसके बाद बच्चों के चेहरे पर खुशी छा गई।
अंग्रेजी माध्यम में विशेष ध्यान देते हुए करीब पांच साल पहले सरकार ने प्राथमिक स्तर के विद्यालयों को अंग्रेजी भाषा से संचालित करने की योजना बनाई। जिले के 40 विद्यालयो को अग्रेजी माध्यम से संचालित किया जाने लगा। चायल के 16 विद्यालयों में शामिल प्राथमिक विद्यालय कसेंदा, प्राथमिक विद्यालय चायल, प्राथमिक विद्यालय कठरा, प्राथमिक विद्यालय बिलासपुर, प्राथमिक विद्यालय चौराडीह, प्राथमिक विद्यालय फरीदपुर सुलेम, प्राथमिक विद्यालय मनौरी, प्राथमिक विद्यालय चिल्ला शहबाजी, प्राथमिक विद्यालय मीरपुर, प्राथमिक विद्यालय सुधवर, प्राथमिक विद्यालय बलीपुल टाटा, प्राथमिक विद्यालय चरवा प्रथम, प्राथमिक विद्यालय चक बादशाहपुर, प्राथमिक व जूनियर विद्यालय रसूलाबाद उर्फ कोइलहा आदि में एक माह बाद पुस्तके नहीं पहुंची थी। इससे बच्चों को पढ़ने में परेशानी हो रही थी। शिक्षक भी बच्चों को लेकर चितित रहते थे। बुधवार को यहां किताबें आ गई। इससे छात्रा वर्षा, मुस्कान, सरिता, राधा, सौरभ ने खुशी जाहिर की है। बताया कि बिना किताबों के अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई करने में परेशानी होती है। शिक्षक रश्मि तारा, रेहाना प्रवीण ने बताया कि अध्यापन कार्य कराने में किताबों के बिना परेशानी हो रही थी। अब समस्या का समाधान हो गया। शुक्रवार को बच्चों के बीच किताबों का वितरण कर दिया जाएगा।