ओपीडी से गायब रहे चिकित्सक, मायूस लौटे मरीज
जासं कौशांबी जिला अस्पताल परिसर में बनाए गए 100 बेड का मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट से मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है। मानक के अनुरूप चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती नहीं की गई है। जो चिकित्सक तैनाती भी किए गए हैं। वह अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह सही तरीके से नहीं कर रहे हैं। सोमवार को जागरण पड़ताल में यह हकीकत सामने आई। शिकायत मरीजों सीएमएम से थी लेकिन ध्यान नहीं दिया गया है।
जासं, कौशांबी : जिला अस्पताल परिसर में बनाए गए 100 बेड का मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट से मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है। मानक के अनुरूप चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती नहीं की गई है। जो चिकित्सक तैनाती भी किए गए हैं। वह अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह सही तरीके से नहीं कर रहे हैं। सोमवार को जागरण पड़ताल में यह हकीकत सामने आई। शिकायत मरीजों सीएमएम से थी, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया है।
गर्भवती महिलाओं व बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले। इसके मद्देनजर जिला अस्पताल परिसर में 100 बेड का मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट बनाया है लेकिन अभी तक यहां शासन स्तर से चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती नहीं की गई है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दीपक सेठ ने अपने स्तर से महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. अखिलेश व डॉ. रेखा की तैनाती की गई है। सोमवार की दोपहर करीब एक बजे जागरण टीम अस्पताल पहुंची तो चिकित्सकों की कुर्सी खाली पड़ी थी। स्वास्थ्य परीक्षण कराने के लिए करारी की रहेनुमाबानो, सिराथू की मालती व टेंवा की गुड़िया चिकित्सकों के इंतजार कर रही थी। काफी देर तक नहीं आए तो मायूस होकर लौट गई। इसकी शिकायत मरीजों ने सीएमएस से भी है। इस संबंध में डॉ. दीपक सेठ का कहना है कि एक बजे के बाद डॉ. अखिलेश ओटी में ऑपरेशन के लिए चले गए थे और डॉ. रेखा को जिला जेल में महिला बंदियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भेजा गया था।