रामलीला में दिव्यांग के बेटे को किया मरणासन्न, केस दर्ज, बैठने को लेकर हुआ था विवाद
पिपरी थाना क्षेत्र के नूरपुर हाजीपुर गांव में बुधवार की रात रामलीला देखने के दौरान बिछी हुई बोरी को लेकर चार लोगों ने दिव्यांग के बेटे को पीट कर मरणासन्न कर दिया है। रामलीला देख रहे अन्य लोगों ने बीच बचाव कर उसकी जान बचाई। आनन-फानन में स्वजनों ने उसे तिल्हापुर मोड़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। मामले में केस दर्ज कर पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है। पुलिस का कहना है कि आरोपितों की दबंगई के बारे में ग्रामीणों ने जानकारी दी है।
कौशांबी। पिपरी थाना क्षेत्र के नूरपुर हाजीपुर गांव में बुधवार की रात रामलीला देखने के दौरान बिछी हुई बोरी को लेकर चार लोगों ने दिव्यांग के बेटे को पीट कर मरणासन्न कर दिया है। रामलीला देख रहे अन्य लोगों ने बीच बचाव कर उसकी जान बचाई। आनन-फानन में स्वजनों ने उसे तिल्हापुर मोड़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। मामले में केस दर्ज कर पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है। पुलिस का कहना है कि आरोपितों की दबंगई के बारे में ग्रामीणों ने जानकारी दी है।
नूरपुर हाजीपुर गांव में दशहरा पर्व की वार्षिक रामलीला चल रही है। शाम को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा होती है। गांव के कौसलेश पुत्र स्वर्गीय सदा शिव दोनों आंख से दिव्यांग हैं। पत्नी राजवंती की मजदूरी से घरवालों का भरण-पोषण करती है। बुधवार की रात उसका 16 वर्षीय बेटा प्रियांशु रामलीला देख रहा था। अपनी एक बोरी बैठने के लिए बिछाया हुआ था। आरोप है कि इसी बीच गांव के ही चार लोग उसकी बोरी खींचने लगे। जब उसने विरोध किया तो चारों ने प्रियांशु को गाली गलौज करते हुए लात घूंसे से पीटना शुरू कर दिया है । जिससे वह बेहोश हो गया। रामलीला देख रहे अन्य लोगों ने बीच बचाव कर उसकी जान बचाई। घटना की जानकारी होने पर पहुंचे स्वजनों ने आनन-फानन में घायल को अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़ित दिव्यांग ने मामले की तहरीर पुलिस को दिया है। पुलिस ने कंश सिंह, पौवा सिंह, सोमू सिंह व दीपक सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश कर रही है।