एंड्रायड मोबाइल पर दिए जा रहे डिजिटल एक्स-रे
संयुक्त जिला अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे सेवा एक वर्ष पहले से चालू की लेकिन गरीबों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। फिल्म न होने की वजह से एंड्रायड वाले मरीजों का ही डिजिटल एक्स-रे हो पा रहा है। फिल्म के लिए सीएमएस ने रिमाइंडर भी स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों को भेजा है लेकिन अब तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
जासं, कौशांबी : संयुक्त जिला अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे सेवा एक वर्ष पहले से चालू की लेकिन गरीबों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। फिल्म न होने की वजह से एंड्रायड वाले मरीजों का ही डिजिटल एक्स-रे हो पा रहा है। फिल्म के लिए सीएमएस ने रिमाइंडर भी स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों को भेजा है लेकिन अब तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
संयुक्त जिला अस्पताल में गरीबों को बेहतर व निश्शुल्क स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए हाईटेक मशीनें लगाई गई हैं। हार्मोन एनालाइजर से लेकर सीटी स्कैन, एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड आदि की व्यवस्था है। एक वर्ष पहले डिजिटल एक्स-रे को भी इंस्टॉल कर दिया गाय है। डिजिटल एक्स-रे के जरिए मर्ज को पकड़ने में चिकित्सकों के लिए काफी आसानी हो गई है। हर दिन 40 से 50 मरीजों का डिजिटल एक्स-रे हो रहा है लेकिन गरीबों को इसका बेहतर लाभ नहीं मिल पा रहा है। एक्स-रे के बाद कंप्यूटर पर दिखाई देने वाले शरीर के अंग का मोबाइल से फोटो खींचा जा रहा है। इसी के आधार पर चिकित्सक अपनी रिपोर्ट तैयार करते हैं। जिन मरीजों के पास एंड्रायड सेट नहीं है उन्हें काफी परेशानी हो रही है। फिल्म मिलते ही सभी को मिलेगी रिपोर्ट
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. दीपक सेठ ने बताया कि डिजिटल एक्स-रे इंस्टॉल कर दिया गया है। इससे मरीजों को लाभ मिल रहा है। जिनके पास एंड्रायड मोबाइल नहीं है, उनकी रिपोर्ट तैयार करने में थोड़ी परेशानी आ रही है। फिल्म के लिए आला अफसरों को पत्र लिखा गया है। रिमाइंडर भी भेजा गया है। फिल्म मिलते ही बिना मोबाइल के ही फिल्म व रिपोर्ट सभी को मिलने लगेगी।