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ठेकेदार ने बंद किया पुलिया का निर्माण, आवागमन में परेशानी

कसेंदा चायल तहसील के कसेंदा गांव में प्रयागराज कौशांबी सड़क मार्ग पर पानी निकासी के लिए

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Jul 2021 10:43 PM (IST)Updated: Tue, 06 Jul 2021 10:43 PM (IST)
ठेकेदार ने बंद किया पुलिया का निर्माण, आवागमन में परेशानी
ठेकेदार ने बंद किया पुलिया का निर्माण, आवागमन में परेशानी

कसेंदा : चायल तहसील के कसेंदा गांव में प्रयागराज कौशांबी सड़क मार्ग पर पानी निकासी के लिए लगी पुलिया दो माह पहले टूट गई है थी। उसके बाद से जल निकासी पूरी तरह ठप हो गई थी। लोगों के घरों से निकला दूषित पानी समेत बारिश मुख्य मार्ग और प्रयागराज कौशांबी मार्ग पर भरा रहता था। ग्रामीणों की शिकायत पर पीडब्ल्यूडी द्वारा पांच लाख रुपये की लागत से आर सीसी पुलिया निर्माण कार्य शुरू किया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि अधड़ में ही काम बंद कर ठेकेदार गायब हो गया है। आधे अधूरे निर्माण कार्य से सड़क पर आवागमन करने परेशानी ही है साथ ही प्रयागराज कौशांबी मार्ग पर जल भराव की स्थिति बनी हुई है। जिससे ग्रामीणों को जमे दूषित पानी की बदबू और मच्छरों के प्रकोप भी झेलना पड़ रहा है। शिकायत के बाद भी समस्या से निजात नहीं मिली है।

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विकास खंड चायल के कसेंदा गांव तहसील और ब्लाक से महज तीन किमी की दूरी पर स्थित है। प्रयागराज कौशांबी के मुख्य सड़क मार्ग पर बसा है। करीब छ: हजार की आबादी वाले इस गांव में पानी निकासी के लिए शिव मंदिर के पास लगभग छ: साल पहले पीडब्ल्यूडी के तहरीर पुलिया बनाई गई थी। जिससे बाद पुलिया का कुछ हिस्सा टूट गया। गांव के परमानंद केशरवानी, रंजीत यादव, राधेश्याम गुप्ता, सोनेलाल गुप्ता, शंकर लाल यादव नरेंद्र सिंह आदि लोगों ने बताया कि साल पर पहले प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 75 लाख रुपये लागत से मखउपुर से अकबरपुर तक पांच किमी सड़क की मरम्मत कराई गई थी। जिसमें ग्रामीणों की मांग करने के बाद भी पुलिया की मरम्मत नहीं कराई गई । दो महीने पहले पुलिया पूरी तरह से चोक हो गई । जिसके चलते महीने भर से गांव के मुख्य मार्ग समेत प्रयागराज कौशांबी मार्ग पर लोगों के घरों से निकला दूषित पानी भरा हुआ है। जिससे निकल रही बदबू और मच्छरों के प्रकोप से जहां बीमारी का भय बना हुआ है। ग्रामीणों के शिकायत के बाद ठेकेदार के माध्यम से पांच लाख रुपये की लागत से पुलिया का निर्माण का कार्य शुरू किया गया है। जिसमें सड़क के मध्य तक खुदाई कर पुलिया का आधा निर्माण करा दिया गया है। और उसके बाद से कार्य पूरी तरह से ठप है। ग्रामीणों के अनुसार एक माह का समय हो चुका है अभी पुलिया नहीं बनी है। जबकि सड़क पर जोखिम भरा आवागमन करने को लोगों मजबूर हैं। दो माह से रास्ते पर दूषित पानी भरा हुआ है। आने जाने में परेशानी तो होती ही है साथ उसमें से निकलती बदबू और मच्छरों के बढ़ते प्रकोप बीमारी की अशंका भी बनी हुई है।

- शंकर लाल सड़क के साथ गांव का भी रास्ता जलमग्न है। इससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है। साथ साइकिल व मोटरसाइकिल सवार गिर कर चुटहिल भी हो रहे हैं।

- सुरेन्द्र सिंह गांव में के दूषित पानी का जमाव है। उसमें मच्छरों की उत्पत्ति तो हो ही रही है साथ जहरीले जंतुओं का भी ठिकाना बन गया है। किसी बड़ी अनहोनी का भी भय बना हुआ है।

- जितेंद्र सिंह ठहरे दूषित पानी में मच्छरों की संख्या बढ़ गई है। शिकायत के बाद भी पुलिया निर्माण शुरू नहीं किया गया है। ऐसे में ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। साथ ही यातायात भी प्रवाहित हो रहा है।

बड़े लाल

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प्रयागराज कौशांबी सड़क मार्ग पर पुलिया का निर्माण क्यों रुका है। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन से जवाब मांगा जाएगी। साथ ही निर्माण कार्य भी शुरू कराया जाएगा।

शशिकांत त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी


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