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लापरवाही के कारण छह साल बाद भी निर्माण अधूरा, परिषदीय स्कूल में संचालित हो रहीं कक्षाएं

उच शिक्षा के माध्यमिक स्तर की शिक्षा देने के लिए सिराथू ब्लाक क्षेत्र के रामपुर धमावा मे बन रहे राजकीय हाईस्कूल का निर्माण कार्य छह साल का लंबा समय बीतने के बाद भी अब तक पूरा नहीं हो सका है। जिसकी वजह से विद्यालय का संचालन गाव के उच प्राथमिक विद्यालय में हो रहा है। पर्याप्त व्यवस्था न होने से शिक्षकों व बचों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे शिक्षण कार्य सुचारू रूप से नहीं हो पाता है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 11:36 PM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 11:36 PM (IST)
लापरवाही के कारण छह साल बाद भी निर्माण अधूरा, परिषदीय स्कूल में संचालित हो रहीं कक्षाएं
लापरवाही के कारण छह साल बाद भी निर्माण अधूरा, परिषदीय स्कूल में संचालित हो रहीं कक्षाएं

कौशांबी। उच्च शिक्षा के माध्यमिक स्तर की शिक्षा देने के लिए सिराथू ब्लाक क्षेत्र के रामपुर धमावा मे बन रहे राजकीय हाईस्कूल का निर्माण कार्य छह साल का लंबा समय बीतने के बाद भी अब तक पूरा नहीं हो सका है। जिसकी वजह से विद्यालय का संचालन गाव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में हो रहा है। पर्याप्त व्यवस्था न होने से शिक्षकों व बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे शिक्षण कार्य सुचारू रूप से नहीं हो पाता है।

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शासन द्वारा रामपुर धमावा मे राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निर्माण के लिए वर्ष 2016 में 69 लाख रुपये का बजट मुक्त किया गया था। परियोजना को पूरा करने की जिम्मेदारी आवास विकास परिषद प्रयागराज को दी गई थी। जिसे छह माह में निर्माण कार्य पूरा करने के लिए समय निर्धारित किया गया था लेकिन छह साल बीतने के बाद भी विद्यालय का निर्माण का कार्य पूरा नहीं हो सका है। कमरे तो बन गए हैं, जिसमें अभी फर्श, खिड़की, दरवाजे लगाने का काम बाकी है। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों का कहना है कि बजट की किश्त समय पर न मिलने की वजह निर्माण कार्य में देरी हुई है। काम अंतिम दौर में चल रहा है, जल्दी पूरा करा लिया जाएगा। बहरहाल, स्कूल का निर्माण पूरा न होने पर विद्यालय का संचालन पूर्व माध्यमिक विद्यालय के भवन में किया जा रहा है। प्रधानाचार्य असीम श्रीवास्तव ने बताया कक्षा 9 व 10 में 122 बच्चे पंजीकृत हैं। शिक्षण कार्य के लिए पाच शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। शिक्षण कार्य के लिए दो कमरे मिले हैं। जिसमें पर्याप्त व्यवस्था न होने की वजह से सुचारू रूप से कक्षाएं संचालित नहीं हो पा रही हैं। इस बारे में आवास विकास परिषद प्रयागराज के अवर अभियंता प्रमोद कुमार यादव का कहना है कि विद्यालय भवन का निर्माण छह साल पहले शुरू कराया गया था। इस दौरान डिमाड करने के बाद ही समय पर धनराशि नहीं मिल पा रही थी, जिसकी वजह से बनाने में देरी हुई है। निर्माण का कार्य अंतिम दौर में चल रहा है। इसे जल्द ही पूरा करा लिया जाएगा।


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