56 वे सालाना ़गुम्बदे ख•ारा कांफ्रेंस
नगर पंचायत करारी में दो दिवसीय ऐतिहासिक 56 वे सालाना ़गुम्बदे ख•ारा कान्फ्रेंस का आयोजन मुस्लिम नवजवान कमेटी के तत्वाधान में कराया गया। कांफ्रेन्स की अध्यक्षता मौलाना मोहम्मद इमरान हबीबी आरफी सैय्यद सरावां ने की तथा संचालन कारी मो.जाकिर साहब ने पवित्र कुरआन की तिलावत से की।
संसू, करारी : नगर पंचायत करारी में दो दिवसीय ऐतिहासिक 56 वे सालाना ़गुम्बदे ख•ारा कान्फ्रेंस का आयोजन मुस्लिम नवजवान कमेटी के तत्वाधान में कराया गया। कांफ्रेन्स की अध्यक्षता मौलाना मोहम्मद इमरान हबीबी आरफी सैय्यद सरावां ने की तथा संचालन कारी मो.जाकिर साहब ने पवित्र कुरआन की तिलावत से की।
कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मौलाना आरिफ इकबाल मिस्बाही ने कहा, कि आज हम मुसलमानों का हाल यह है कि हम सिर्फ उनका बखान करते हैं। मगर उनका चरित्र अपनाने की कोशिश नहीं करते हैं। यही कारण है कि दूसरे धर्म के लोग हमें देखकर इस्लाम से नफरत करते है। उन्होंने कहा कि इस्लाम एक सच्चा और अच्छा म•ाहब है, इसे जुबान से कहने की जरूरत नहीं है बल्कि हमारा चरित्र ऐसा हो कि दुनिया हमारा चरित्र देखकर कहे कि इस्लाम सच्चा व अच्छा म•ाहब है। आज हम मुसलमानों में दुनियादार लोगों को अपना आइडियल बना लिया है।काश़ हम मोहम्मदे अरबी स.अ.व.को आइडियल बनाते तो हमारी •िान्दगी मे इन्कलाब पैदा हो जाता।उन्होंने पैगम्बर के चरित्र का •िाक्र करते हुए कहा कि उनके आने से पहले अरब के तमाम कबीले आपस में एक दूसरे से नफरत करते थे। एक दूसरे के जानो माल के शत्रु थे मगर जब आप पैदा हुए और बीस वर्ष के हुए तो मक्का के तमाम कबीले को जमा करके एक समझौता किया जिसमें खासतौर पर आपने इस बात पर बल दिया कि हम कबीलों की बुनियाद पर एक दूसरे से नफरत न करें।