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कागजों पर हुई नालियों की साफ-सफाई, बारिश ने खोली पोल

दूषित पानी और कीचड़ से फैल रहे संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए जिला अधिकारी ने ग्राम पंचायतों में नालियों और जल भराव की समस्या को दुरुस्त करने के लिए सख्त निर्देश दिया था लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने इस कार्य में भी लापरवाही कर दी। कागजों में नाली व नालों की सफाई हो गई। जल भराव की समस्या से निजात दिला दी। अब भी लोग इन समस्याओं से जूझ रहे हैं। दर्जनों गांव में नालियां चोक हैं। सड़क पर जल जमाव की समस्या है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 10:32 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 10:32 PM (IST)
कागजों पर हुई नालियों की साफ-सफाई, बारिश ने खोली पोल
कागजों पर हुई नालियों की साफ-सफाई, बारिश ने खोली पोल

संसू, कसेंदा : दूषित पानी और कीचड़ से फैल रहे संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए जिला अधिकारी ने ग्राम पंचायतों में नालियों और जल भराव की समस्या को दुरुस्त करने के लिए सख्त निर्देश दिया था, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने इस कार्य में भी लापरवाही कर दी। कागजों में नाली व नालों की सफाई हो गई। जल भराव की समस्या से निजात दिला दी। अब भी लोग इन समस्याओं से जूझ रहे हैं। दर्जनों गांव में नालियां चोक हैं। सड़क पर जल जमाव की समस्या है।

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घटते प्रकृति के संसाधनों और बदलते मौसम से अनेकों प्रकार की नई बीमारियां जन्म ले रही है। डेंगू, डायरिया, निमोनिया, वायरल फीवर, मलेरिया, टाइफाइड आदि बीमारियों ने इन दिनों अपने पांव पसारने शुरू किया गया है। गांवों के नालियों, रास्ते मुख्य मार्ग, सार्वजनिक आदि किसी भी स्थलों पर जल भराव को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है। जल जमाव की स्थिति को खत्म करने के लिए जिला अधिकारी ने ग्राम पंचायतों में तैनात सचिवों और एडीओ पंचायत को इसके लिए सख्त निर्देश दिया था। इसमें अधिकारियों ने अपने कार्यों के प्रति संजीदगी नहीं दिखाई। खाना पूर्ति करते हुए नालियों की साफ-सफाई महज कागजों पर कर दिया। तीन दिन से हो रही बरिश ने अधिकारियों की पोल खोल दी। डीएम के आदेश के बाद भी अधिकारियों ने लापरवाही की है। गुरुवार को चायल तहसील के फतेहपुर- सहावपुर गांव का मुख्य मार्ग, पेरई गांव की करीब दर्जन भर नालियां पूरी तरह से चोक हैं। जिससे रास्ते पर बारिश का पानी भरा हुआ है। बूंदा गांव के दक्षिण दिशा में बसे लोगों के रास्ते जलमग्न हैं। नूरपुर हाजीपुर गांव में सभी नालियां चोक हैं। दुर्गापुर गांव के रास्ते जलमग्न है। चकबादशाहपुर गांव में आंगनबाड़ी केंद्र व सार्वजनिक शौचालय तक जाने का मार्ग जलमग्न है। कठरा गांव में आधे से ज्यादा नालियां बजबजा रही है। जिससे संक्रमण का खतरा बना हुआ है। कोटिया गांव का मुख्य मार्ग जलमग्न है। बलीपुलटाटा गांव के आधा दर्जन रास्ते जलमग्न है। जिससे आवागमन में काफी परेशानी होती है। मदूकी और गढ़वा गांव में तालाब के पानी निकासी का कोई इंतजाम नहीं है। जलालपुर शाना, शाना नीबी आदि करीब दो दर्जन से अधिक गांवों में नालियों की साफ-सफाई नहीं हुई है। इससे गांवों में जल जमाव की स्थिति बनी हुई है। जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने की संभावना बनी है।

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सफाई को लेकर बोले ग्रामीण

- गांव में नालियों की साफ-सफाई सही ढंग नहीं कराई जाती। जिससे नालियां तो बजबजाती ही हैं। साथ ही रास्ते पर दूषित पानी व कीचड़ फैला रहता है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।

- शिव प्रताप

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सफाई कर्मियों की टोली गांव में खाना पूर्ति करने के लिए आती है। केवल कोरम पूरा कर चले जाते हैं। उन्होंने क्या किया कैसे किया यह देखने वाला कोई नहीं है। यदि ग्रामीण शिकायत करते है तो इसे गुटबाजी का नाम दिया जाता है।

- सुभाष सिंह

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हर गली में बनी नाली की साफ-सफाई सही तरीके से नहीं कि जाती है। जिससे गांवों में जल जमाव की स्थिति बनी रहती है। ज्यादा दिनों तक पानी ठहरने से संक्रमित बीमारी फैलने की अशंका बनी रहती है।

- लखन लाल

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स्कूल, सरकारी स्थलों पर भी पानी भर जाता है। नगर पंचायत समेत गांव के गलियों में जलमग्न रास्ते और तालाब का पानी घरों तक भरा रहता है। जिससे मच्छरों से होने वाली बीमारियों की अशंका बनी हुई है।

- करण निकासी न होने से ओवरफ्लो हुआ नाला

- नाले का पानी निकालने के नहीं हैं इन्तजाम

जासं, कौशांबी : जिला मुख्यालय मंझनपुर में लोगों की सुविधा के लिए छह माह पहले नाला का निर्माण कराया गया। मंझनपुर चौराहा से डीएम आवास तक के लिए नाले काम ठेकेदार ने अधूरा छोड़ दिया। नाले का पानी कहा जाएगा। इसको लेकर भी किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई। जबकि लोगों के घरों के पानी के निकासी नाले में कर दी गई। बारिश के दौरान नाला ओवरफ्लो हो गया है। जो लोगों के लिए परेशानी का कारण बना है।

नगर पालिका मंझनपुर की ओर से करीब छह माह पहले समदा रोड के किनारे डीएम आवास तक नाले का निर्माण कराया गया। इस नाले में जल निकासी को लेकर अब तक कोई इन्तजाम नहीं हुआ है। बारिश व लोगों के घरों से निकला गंदा पानी नाले में जाने से यह ओवरफ्लो हो गया है। आम दिनों में ही नाला ओपरफ्लो हो चुका था। ऐसे में बारिश के पानी के कारण नाला सड़क के किनारे खाली पड़ी भूमि की ओर कट गया है। जो लोगों की समस्या का कारण बना है। समदा रोड निवासी लल्लन शुक्ला, गुड्डन तिवारी आदि लोगों ने इसको लेकर विरोध जताया है। इसकी जानकारी जैसे ही ह्यूमन राइट विभाग के जिला संयोजक व न्यू शांति अस्पताल के डा. अमित सिंह को हुई उन्होंने इस कार्य का विरोध किया है। नगर पालिका के अधिकारियों से मिलकर समस्या के निदान कराए जाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि छह माह पहले नाले का निर्माण हुआ था। नगर पालिका की लापरवाही के कारण लोग परेशान हो रहे हैं। इसी प्रकार नगर पालिका मंझनपुर के मंसूर नगर में जल निकासी के लिए बनाया गया नाला चोक हो गया है। इसकी वजह से सड़क पर पानी भरा हुआ है। ऐसे में लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। निकासी का इंतजाम नहीं, बारिश से जलमग्न हुए मोहल्ले

संसू, सिराथू : तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र के मोहल्ले जलमग्न हो गए हैं। निकासी की व्यवस्था न होने से रास्तों पर भरा पानी हादसों का भी सबब बन रहा है। वहीं जहरीले जंतु के घर तक पहुंचने की भी दहशत ग्रामीणों में है।

तेजी से फैल रहे डेंगू, मलेरिया आदि बीमारी को देखते हुए जिलाधिकारी ने नगर पंचायतों के ईओ व खंड विकास अधिकारियों को बस्तियों में जलभराव न हो, इसको लेकर सख्त निर्देश दिए थे। इसके बावजूद भी जल निकासी का कोई इंतजाम नहीं किया गया। जिसकी वजह से बारिश का पानी मोहल्लों में भरा हुआ है। बुधवार की रात हुई तेज बारिश के बाद नगर पंचायत सिराथू के वार्ड नंबर दो परसीपुर, वार्ड नंबर एक नया नगर व वार्ड नंबर चार हौली पर आदि मोहल्लों के रास्ते व जलमग्न हो गए। जल निकासी न होने की वजह से यह पानी लोगों के घरों में भर रहा है। इससे घर गिर जाने का खतरा बना हुआ है। वहीं लोगों को आने-जाने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। नगर पंचायत अजुहा के कई मोहल्लों में जल निकासी की व्यवस्था न होने की वजह से बारिश का पानी भर गया है। रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में कड़ा विकासखंड क्षेत्र चक सैदपुर राजे गांव का मजरा मनकापुर के बस्ती में जलभराव है। सिराथू विकास खंड क्षेत्र के मलाक सद्दी ग्राम पंचायत का मजरा चक खोदायगंज में जल निकासी की व्यवस्था न होने की वजह से मलिन बस्ती में तालाब का पानी भर गया है। जिसकी वजह से लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में लबालब पानी भर गया है। ऐसे में बच्चों व अध्यापकों को स्कूल पहुंचने में दिक्कतें हो रही हैं।

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बारिश में धंस गई सड़क, आवागमन बाधित

संसू, सिराथू : सिराथू तहसील क्षेत्र के सयारां रेलवे ओवरब्रिज जाने वाले नहर मार्ग की सड़क बरिश में मिट्टी कटान होने से जगह-जगह धंस गई है। इससे आवागमन में लोगों को दिक्कत हो रही है।

सरकार द्वारा भले ही सड़कों को गड्ढा मुक्त किए जाने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के गृह नगर सिराथू क्षेत्र के सड़कों की हालत खस्ता है। सिराथू कस्बे में रेलवे क्रॉसिग के पास ओवरब्रिज निर्माण के चलते आवागमन बंद कराया गया है, जिसकी वजह से लोग सैनी कोतवाली व तहसील कार्यालय पहुंचने के लिए सयारां ब्रिज के रास्ते नहर मार्ग से आवागमन करते थे। लेकिन मरम्मत का कार्य न होने की वजह से सड़क बारिश के पानी में मिट्टी कटान होने की वजह से बह गई। जगह-जगह सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई इसकी वजह से इस रास्ते पर आवागमन ठप हो गया। इसके अलावा मुक्तिपुर, मनकापुर, नरसिंहपुर कछुआ गांव के लोगों को आवागमन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।


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