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नालियां चोक, रास्ते पर फैला है कीचड़

कौशांबी विकास खंड के धाना गांव में तैनात सफाई कर्मी छह माह से गांव नहीं आया। जिससे गांव के गंदे पानी निकासी के लिए बनी नालियां पूरी तरह से चोक हो गई हैं। दूषित पानी व कीचड़ रास्ते में फैल जाने से यहां से होकर गुजरना कठिन हो रहा। साथ संक्रामक बीमारी का भी भय बना हुआ है। शिकायत के बाद भी अब तक उनकी समस्या की ओर जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 10:40 PM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 10:40 PM (IST)
नालियां चोक, रास्ते पर फैला है कीचड़
नालियां चोक, रास्ते पर फैला है कीचड़

संसू, गुरौली : कौशांबी विकास खंड के धाना गांव में तैनात सफाई कर्मी छह माह से गांव नहीं आया। जिससे गांव के गंदे पानी निकासी के लिए बनी नालियां पूरी तरह से चोक हो गई हैं। दूषित पानी व कीचड़ रास्ते में फैल जाने से यहां से होकर गुजरना कठिन हो रहा। साथ संक्रामक बीमारी का भी भय बना हुआ है। शिकायत के बाद भी अब तक उनकी समस्या की ओर जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया।

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स्वच्छ भारत मिशन के तहत साफ सफाई का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए गांव कस्बों और नगर में आवश्यकता के हिसाब से सफाई कर्मियों की तैनाती भी की गई है, लेकिन सरकार की मंशा के अनुसार जिम्मेदार काम नहीं कर रहे। अपने कार्य में लापरवाही कर रहे हैं। कौशांबी विकास खंड के धाना गांव के रामबाबू, अनिल कुमार, रवि, शालू ने बताया की गांव में छह महीने से सफाईकर्मी नहीं आया। जिससे गांव में गंदे पानी की निकासी के लिए बनी नालियां पूरी तरह से चोक हो गई हैं। साथ ही गलियों में जगह-जगह कूड़े का ढेर और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि सफाई कर्मचारी का कोई खुल कर विरोध नहीं कर रहा है। जिसके चलते मनमाने तरीके से वह केवल प्राथमिक विद्यालय की सफाई कर खाना पूर्ति कर लेता है। जबकि गांव की हालत खराब है। अब ग्रामीणों को गांव में संक्रामक बीमारी फैलने का भय सता रहा।

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बोले ग्रामीण :

गांव में छह महीने से तैनात सफाईकर्मी नहीं आता है। जिससे गांव की नालियां पूरी तरह से चोक हो गई। सार्वजनिक स्थलों पर कूड़े का ढेर लगा हुआ है। शिकायत के बाद भी समस्या से निजात नहीं मिली है।

- जितेंद्र सिंह

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अधिकारियों से परिचित होने के कारण सफाईकर्मी की कोई खुल कर शिकायत नहीं कर पाता। इसके चलते वह मनमानी करता है। लोगों को स्वयं नालियों की सफाई करनी पड़ती है।

- राजू गुप्ता

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गांव के गंदे पानी निकासी के लिए बनी नालियां पूरी तरह से चोक हो गई। बजबजाती गलियों में जमे दूषित पानी से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। यदि सफाई नहीं कराई गई तो बीमारी फैलने का खतरा है।

- मनीष कुमार

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कीचड़ युक्त रास्ते पर चलना मुश्किल हो रहा है। गांव के मुख्य मार्ग समेत कई रास्तों में गंदगी हैं। सचिव के साथ ही ब्लाक स्तर के अधिकारियों से शिकायत के बाद भी समस्या से निजात नहीं मिली है।

- सतीश कुमार


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