सावधानी हटी, दुर्घटना घटी, बरतें सतर्कता
सावधानी हटी और दुर्घटना घटी थोड़ी देर से ही सही लेकिन सुरक्षित पहुंचें। यह जानकारी सोमवार से शुरू हुए सात दिवसीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान वाहन यातायात प्रभारी रवींद्र त्रिपाठी ने दी। कहा कि सावधानी में जरा सी चूक हुई तो चालकों का ही नुकसान है।
जासं, कौशांबी : सावधानी हटी और दुर्घटना घटी, थोड़ी देर से ही सही लेकिन सुरक्षित पहुंचें। यह जानकारी सोमवार से शुरू हुए सात दिवसीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान वाहन यातायात प्रभारी रवींद्र त्रिपाठी ने दी। कहा कि सावधानी में जरा सी चूक हुई तो चालकों का ही नुकसान है।
मंझनपुर चौराहा पर टेंपो, टैक्सी, विक्रम, अप्पे आदि चार पहिया वाहन चालकों को बताया कि वाहनों को तेज रफ्तार में न चलाएं। वाहन चलाते समय इस बात का जरूर ध्यान रखें कि अधिक सवारियां न बैठाएं और उन्हें सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने की पूरी जिम्मेदारी का ईमानदारी से निर्वहन करें। अधिकतर घटनाएं कानफोड़ू साउंड बजाने और तेज रफ्तार वाहन चलाने के चलते हुआ करती है। यातायात प्रभारी ने यह भी सलाह दी कि सड़क पर चलते समय ट्रैफिक नियमों का पूरी तरह ध्यान रखें और नशे में धुत होकर गाड़ी न चलाएं। इसी के अलावा यातायात प्रभारी व साथ में रहे ट्रैफिक के सिपाहियों ने बाइक चालकों व कार आदि के चालकों को रोक कर सीट बेल्ट बांधने और हेलमेट लगाने की सलाह दी। टीआइ रवींद्र त्रिपाठी ने बताया कि सड़क सुरक्षा सप्ताह 14 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान जनपद के विभिन्न चौराहों व बाजार में पहुंचकर चालकों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया जाएगा। रहें सतर्क, दें बच्चों को जानकारी
हम प्रतिदिन देखते हैं कि स्कूलों, कॉलेजों, भीड़भाड़ वाली जगह में सड़क हादसे ज्यादा होते हैं। अगर हम कुछ अपने स्तर से प्रयास करें तो काफी हद तक दुर्घटना कम हो सकती है। माता-पिता बच्चों के लिए आदर्श के रूप में होते हैं। वे जो करते हैं बच्चे भी वही दोहराते हैं। इसीलिए आप सतर्क रहें और बच्चों को नियम के बारे में बताएं। सड़कों पर चलते समय किनारे लगे संकेतक बोर्ड जरूर दिखाएं जिससे बच्चे बेहतर तरीके से समझ सकेंगे। एक माह के दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों की मौत
जासं, कौशांबी : जिले में लगातार हो रहे सड़क हादसों में करीब एक माह के दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई है। यातायात नियमों के बारे में लोगों वाहन चालकों को बताया जा रहा है, लेकिन इसकी अनदेखी बवाल-ए-जान है। जिले में सबसे ज्यादा सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या हाईवे या फिर प्रमुख सड़कों पर सुनने को मिल रही है। ज्यादातर मामलों में यही बात सामने आती है कि बिना हेलमेट के चालक मौत का शिकार हो रहे हैं। ओवरटेक करने और तेज रफ्तार वाहन दौड़ाने के चलते ऐसे हादसे हो रहे हैं। वाहन चालकों को एक बार फिर ट्रैफिक के प्रति जागरूक करने के लिए परिवहन व पुलिस विभाग की ओर से साप्ताहिक अभियान चलाया जा रहा है।