भवसागर से पार करती है भागवत कथा
टेढ़ीमोड़ कौशांबी कल्यानपुर बाजार में चल रही भागवत कथा मंगलवार को संपन्न हो गई। कथ
टेढ़ीमोड़, कौशांबी : कल्यानपुर बाजार में चल रही भागवत कथा मंगलवार को संपन्न हो गई। कथा के समापन पर हवन-यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने हवन यज्ञ में आहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया। भागवत कथा का आयोजन फूलचन्द्र केसरवानी परिवार की ओर से करवाया गया था।
कथा व्यास आचार्य देवव्रत महाराज जी ने सात दिन तक चली कथा में भक्तों को श्रीमदभागवत की महिमा बताई। उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा। आचार्य ने कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनोवांछित फल प्रदान करते हैं। भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है।
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महिलाओं ने किया डांडिया रास
संसू, सिराथू : अजुहा ़कस्बे में केसरवानी समाज की महिलाओं की ओर से डंडिया नृत्य व विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें महिलाओं ने डांडिया नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति की।
केसरवानी महिला समाज की नगर अध्यक्ष प्रतिभा केसरवानी ने कहा कि समाज की महिलाओं को आगे आकर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलना होगा। अब महिलाएं केवल गृहस्थी तक ही सीमित नहीं हैं। यदि बेटियो को उचित अवसर मिले तो वो देश,समाज व परिवार का सिर गर्व से ऊंचा कर सकती है। इस अवसर पूनम केसरवानी, सुषमा, रागनी, शशी, प्रेमलता, सीमा, पूजा, मधु, रश्मि समेत सैकड़ों महिलाएं उपस्थित रहीं।