एक साल में भी नहीं पूरा हुआ सुंदरीकरण का काम
मूरतगंज बाजार में डेढ़ सौ साल पहले बनाए गए पक्के तालाब के सुंदरीकरण के लिए शासन अनुमति एक वर्ष पूर्व दी थी। इसके लिए 30 लाख खर्च करने की अनुमति भी दी गई। नगर पालिका परिषद की ओर से तालाब के सुंदरीकरण के लिए कार्य शुरू कराया गया था लेकिन तैयार की गई कार्ययोजना के मुताबिक कार्य अब तक नहीं हुआ। पिछले छह माह से कार्य बंद है। इसकी शिकायत कस्बे के लोगों ने अपर जिलाधिकारी से की है।
संसू, मूरतगंज : मूरतगंज बाजार में डेढ़ सौ साल पहले बनाए गए पक्के तालाब के सुंदरीकरण के लिए शासन अनुमति एक वर्ष पूर्व दी थी। इसके लिए 30 लाख खर्च करने की अनुमति भी दी गई। नगर पालिका परिषद की ओर से तालाब के सुंदरीकरण के लिए कार्य शुरू कराया गया था लेकिन तैयार की गई कार्ययोजना के मुताबिक कार्य अब तक नहीं हुआ। पिछले छह माह से कार्य बंद है। इसकी शिकायत कस्बे के लोगों ने अपर जिलाधिकारी से की है।
मूरतगंत के सेठ चमरू दास ने वर्ष 1853 में दो बीघे भूमि पर पक्का तालाब का निर्माण कराए थे। तालाब के चारों तरफ सीढ़ी व बाउंड्रीवाल भी बनाई थी। इस तालाब में भूल भुलैया भी थी। कभी क्षेत्रीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र था। पहले तालाब में 12 माह पानी भरा रहता था। तालाब का पानी का काफी स्वच्छ रहता है। इसी तालाब में एक कुंड भी था जहां सेठ चमरू दास के परिवार के सदस्य तालाब के पानी से स्नान करते हैं। देखरेख के अभाव में ऐतिहासिक तालाब दुर्दशा का शिकार हो गया था। स्थानीय लोगों की मांग पर इस तालाब का सुंदरीकरण नगर पालिका से 30 लाख रुपये से शुरू कराया गया था। दिसंबर 2018 में सुंदरीकरण का नगर नगर पंचायत प्रशासन की ओर से शुरू कराया गया था। तीन माह में कार्य पूरा करना था। सुंदरीकरण के कार्य में तालाब के चारों आरसीसी फर्स बनाकर टाइल्स, पानी भरने के लिए तालाब में सबमर्सिबल पंप भी लगाना था। तालाब के किनारे फूल व पौधे भी लगाना था, लेकिन पिछले छह माह से सुंदरीकरण का कार्य ठप है। मूरतगंज के राजू गुप्ता, अमरनाथ, गुलाब सिंह, दिनेश कुमार का कहना है कि इसकी शिकायत पूर्व में ईओ गिरीश चंद्र से की गई थी, लेकिन कार्य नहीं शुरू हुआ अब मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की गई है।